इनकम टैक्स की नई वेबसाइट ठप्प , कई लोग कर रहे है शिकायत
दिल्ली | इनकम टैक्स की नई वेबसाइट को लेकर लोगों की शिकायतें सामने आ रही हैं ट्विटर पर कई लोगों ने लिखा है कि ये वेबसाइट खुल नहीं रही है कई लोगों ने इस शिकायत को सीधे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण तक भी पहुंचाया है और आपको बता दें कि 7 जून को इनकम टैक्स का नया ई-पोर्टल लॉन्च किया गया था एवं बता दे कि वेबसाइट क्रैश होने को लेकर लोगों की शिकायतें मिलने के बाद वित्त मंत्री ने सीधा इंफोसिस को फटकार लगा दी तथा इंफोसिस ने ही इस वेबसाइट को बनाया है और उसको मेनटेन करने का जिम्मा भी उसी का है |
वित्त मंत्री ने लिखा है कि e-filing portal 2.0 कल रात 20:45 बजे लॉन्च किया गया , मुझे इसे लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं मेरी टाइमलाइन पर लोगों की लगातार शिकायतें आ रही हैं मुझे उम्मीद है कि इंफोसिस और नंदन नीलेकणी सेवाओं की गुणवत्ता को लेकर हमारे टैक्सपेयर्स को निराश नहीं करेंगे , टैक्सपेयर्स के लिए Ease in compliance हमारी प्राथमिकता है उन्होंने ये ट्वीट इंफोसिस और नंदन नीलेकणी को टैग करते हुए लिखा है तथा बता दे कि इनकम टैक्स की नई वेबसाइट में हर टैक्सपेयर्स की कैटेगरी अलग अलग दी गई है जैसे इंडिविजुअल के लिए अलग कैटेगरी , कंपनी , नॉन कंपनी और टैक्स प्रोफेशनल्स के लिए अलग से कैटेगरी है और टैक्सपेयर्स के लिए इसके ड्रॉप डाउन मेन्यू में ITR फाइलिंग , रिफंड स्टेटस और टैक्स स्लैब को लेकर निर्देश हैं |
आपको यह भी बता दे कि ई फाइलिंग पोर्टल पर 8.46 करोड़ से ज्यादा इंडिविजुअल रजिस्डर्ट यूजर्स हैं असेसमेंट ईयर 2020-21 (वित्त वर्ष 2019-20) के लिए 3.13 करोड़ से ज्यादा ITRs ई-वेरिफाइड हैं नए पोर्टल पर यूजर मैनुअल , FAQs और वीडियोज भी हैं जिससे टैक्सपेयर्स को इस वेबसाइट को समझने में आसानी होगी एवं इसके अलावा chatbot और हेल्पलाइन नंबर भी दिए गए हैं एवं एक बार जब कोई रजिस्टर्डर यूजर इस ई-पोर्टल पर लॉग इन करता है तो डैशबोर्ड पर उसके सामने कई सारी डिटेल्स आती हैं ई – प्रोसीडिंग्स , रिस्पॉन्स टू आउटस्टैंडिंग डिमांड और सालाना स्टेटमेंट भी आपको pending actions टैब में देखने को मिलेगा साथ ही पोर्टल आपको ये भी बताता है कि टैक्सपेयर को कौन सी डिटेल भरना बाकी है ताकि उसकी प्रोफाइल पूरी हो सके , IT डिपार्टमेंट ने टैक्सपेयर्स से कहा है कि वो अपनी प्रोफाइल को अपडेट करें ताकि उन्हें बिल्कुल सही सही प्री – फिल्ड ITRs मिले जिससे उनका अनुभव भी अच्छा होगा , जल्द ही टैक्सपेयर्स को पोर्टल के अलावा एक मोबाइल ऐप भी मुहैया कराया जाएगा जिसमें ये सारी सर्विसेज उपलब्ध होंगी |