कोवीशील्ड के दो डोज में होगा अब 6 से 8 हफ्ते का अंतर 

दिल्ली |        केंद्र सरकार ने कोवीशील्ड वैक्सीन को लेकर अब नई गाइडलाइन जारी की है जिसके मुताबिक कोवीशील्ड वैक्सीन के दो डोज के बीच का समय पहले से दो हफ्ते ज्यादा रहेगा एवं अब तक कोवीशील्ड के दोनों डोज के बीच 4 से 6 हफ्ते यानी 28 से 42 दिन का अंतर रखा जाता था , आपको बता दे कि नए निर्देश के मुताबिक अब यह अंतर 4 से 8 हफ्ते यानी 28 से 56 दिन का होगा और नया नियम सिर्फ कोवीशील्ड वैक्सीन पर लागू होगा और देसी वैक्सीन यानी भारत बायोटेक के कोवैक्सिन पर नया नियम लागू नहीं होगा , कोवैक्सिन के दो डोज चार हफ्ते के अंतर से ही लगाए जाएंगे इसे हमें कोवीशील्ड के टेस्टिंग फॉर्मूले से समझना चाहिए , पुराना फॉर्मूला 1/28/42 का है यानी पहला दिन वैक्सीन का , 28वां दिन वैक्सीन के दूसरे डोज का और 42वां दिन एंटीबॉडी टेस्ट का और इससे पता चलता है कि आपके शरीर में वैक्सीन ने काम करना शुरू किया या नहीं एवं अब ये फॉर्मूला होगा 1/42/56 का यानी पहला दिन वैक्सीन का , 42वें दिन वैक्सीन का दूसरा डोज और 56वें दिन एंटीबॉडी टेस्ट , बता दे कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन (NTAGI) और नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 (NEGVAC) की 20वीं बैठक में कोवीशील्ड पर यह फैसला किया गया है इसके आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर कहा कि भारत सरकार ने दोनों ही समूहों की सिफारिशों को मंजूर कर लिया है        |

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वैक्सीन एक्सपर्ट डॉ. चंद्रकांत लहारिया का कहना है कि वैक्सीन का पहला डोज लगने के 7-10 दिन बाद एंटीबॉडी बनने लगती है धीरे – धीरे उसका लेवल बढ़ता है तीन से चार हफ्ते बाद एक्टिवेट हो जाती है जब दूसरा डोज देते हैं तो वह बूस्टर का काम करता है एंटीबॉडी का लेवल 4 से 6 गुना बढ़ जाता है कोवीशील्ड के मामले में यू.के. और ब्राजील में ट्रायल्स हुए और इस दौरान अलग – अलग नतीजे सामने आए , वैक्सीन के दो डोज का अंतर 4 हफ्ते ही तय था पर कुछ को 6 , 8 और 12 हफ्ते के अंतर से दूसरा डोज दिया गया , जिन्हें 4 हफ्ते में दूसरा डोज दिया गया उन पर वैक्सीन 53% इफेक्टिव पाई गई और वहीं 8 से 12 हफ्ते में इसकी इफेक्टिवनेस 75 से 80 प्रतिशत रही , आगे उन्होंने कहा कि वैक्सीन के दो डोज में अंतर का निष्कर्ष यह निकला कि जितना गैप ज्यादा रहेगा उतना ही यह वैक्सीन इफेक्टिव रहेगी और इसी वजह से UK में वैक्सीनेशन में दो डोज का अंतर 3 महीने का रखा गया , भारत में दो वैक्सीन के साथ टीकाकरण शुरू हुआ था एवं कंफ्यूजन न हो इसके लिए दोनों वैक्सीन के बीच 4 हफ्ते का अंतर रखने की सलाह दी गई अब इस अंतर को बढ़ाकर 4 से 8 हफ्ते किया गया है वहीं डॉ. तेजप्रताप तोमर कहते हैं कि नए नियम के दो फायदे हैं दूसरा डोज देने के लिए ज्यादा वक्त मिल जाएगा और अभी वैक्सीन के डोज सीमित है ज्यादा लोग कम से कम एक डोज ले चुके होंगे , इससे उन्हें 50 – 55% तक प्रोटेक्शन तो मिल चुका होगा तथा दूसरा कोवीशील्ड की इफेक्टिवनेस बढ़ जाएगी          |

आपको यह भी बता दे कि UK के हेल्थ रेगुलेटर MHRA ने कोवीशील्ड को अप्रूवल देते हुए कहा था कि दो डोज में तीन महीने का अंतर रखा तो वैक्सीन की इफेक्टिवनेस 80% तक रही थी इसी वजह से तय किया गया कि 12 हफ्ते से तीन महीने का अंतर दो डोज में रखा जाए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन के कवरेज में आ सकें और वहीं अमेरिका में भी कोवीशील्ड के दो डोज के बीच 6 हफ्ते तक का अंतर तय किया गया है           |

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