लुटाए गए 1500 करोड़ रुपए

ठाणे | ठाणे शहर में गत 5 सालों से सड़कों के गड्ढे भरने के नाम पर व्यापक घपलेबाज की जा रही है 5 साल के दौरान गड्ढे भरने के बहाने 1500 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं लेकिन इसके बाद भी शहर को गड्ढों से मुक्ति नहीं मिली है गड्ढे भरने के नाम पर व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता इस मामले का भंडाफोड़ मनसे विधि विभाग और जनहित विभाग के अध्यक्ष स्वप्निल महेंद्रकर ने किया है उनका यहां तक आरोप है कि वसी सड़कें जिसे ठेकेदार ने बनाया है और सरक्की की गारंटी कालावधी रहने के बाद भी इसी सड़कों पर निकले गड्ढे ठेकेदार नहीं भरकर ठाणे मनपा प्रशासन भर रहा है उन्होंने आशंका जताई है कि इस गोलमाल में ठाणे मनपा प्रशासन के साथ ही सत्ताधारी दल के ठेकेदारों की भी मिलीभगत है ठाणे शहर में सड़कों की खराब स्थिति और मानसून के दौरान होने वाले हादसों के कारण ठाणे मनपा हर साल मामूली मरम्मत पर करोड़ों रुपये खर्च करता है पिछले पांच वर्षों में ठाणे मनपा ने सड़क मरम्मत के लिए 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं इतना खर्च करने के बाद भी ठाणेकर की खराब सड़कों की समस्या का समाधान नहीं हो रहा है |

मनसे के जनहित और कानून विभाग के शहर अध्यक्ष स्वप्निल महिंद्रकर ने खुलेआम आरोप लगाया है कि सड़कों के गड्ढे भरने के नाम पर व्यापक गमले बाजी की जा रही है ठाणे शहर में कुल 280 किमी सड़कें हैं इसमें अन्य प्राधिकरण सड़कें भी हैं महानगरपालिका ने पिछले पांच वर्षों में इन सड़कों पर डामर सड़कों , यू.टी.डब्ल्यू.टी. सड़कों और सीमेंट कंक्रीट सड़कों सहित 1,500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं लोक निर्माण विभाग के अध्यादेश के अनुसार डामर सड़कें 15 साल , पक्की सड़कें 30 साल और पुल 100 साल तक बने रहेंगे , इससे पता चलता है कि महानगर पालिका ठाणे में सड़कों को लेकर ठेकेदारों के प्रति कितनी दयालु है ऐसा लग रहा है कि ठेकेदार ठाणे मनपा प्रशासन का दामाद बना हुआ है सड़कों की गारंटी पीरियड के रहने के बाद भी निकले गड्ढों की भराई ठेकेदार से नहीं करवा कर स्वयं ठाणे मनपा प्रशासन भर रहा है यदि कार्य पूरा होने के बाद सड़क क्षतिग्रस्त या मरम्मत की जाती है तो कार्य करने के लिए ठेकेदार ही जिम्मेदार होता है पिछले पांच वर्षों में ठाणे शहर की सड़कों का जीर्णोद्धार किया गया है लेकिन इन सड़कों की मरम्मत के लिए जिम्मेदार ठेकेदारों ने ऐसा नहीं किया है ठाणे मनपा के अधिकारी कमीशन खाने के चक्कर में ठेकेदारों पर मेहरबान हैं |

उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए स्वप्निल महिंद्रकर का कहना है कि ठाणे में सड़क निर्माण कार्य में सत्ताधारी पार्टी के ठेकेदारों और मनपा के अधिकारियों के भ्रष्ट गठबंधन के चलते घटिया स्तर का सड़क निर्माण किया जा रहा है स्वप्निल महिंद्रकर का कहना है कि ठाणे शहर का क्षेत्रफल 121.83 वर्ग किलोमीटर और 12823 हेक्टेयर है ठाणे शहर में 11 नियोजन क्षेत्र हैं और 742.97 हेक्टेयर भूमि सड़क विकास योजना में शामिल है शहर में सड़क की लंबाई – 280.00 किमी 742.97 हेक्टेयर है ठाणे शहर की आय – 39 206 लाख ठाणे शहर का वार्षिक व्यय – 30399 लाख है स्वप्निल महिंद्कर का कहना है कि 2015-16 167 करोड़ 77 लाख 48 हजार 155 , 2016 – 17 149 करोड़ 98 लाख 15 हजार 192 , 2017-18 224 करोड़ 37 लाख 10 हजार 058 , 2018-19251 करोड़ 96 लाख 46 हजार 089 , 2019-20 413 करोड़ 13 लाख 61 हजार 717 , 2020-21 114 करोड़ 25 लाख 25 हजार 847 रुपए सड़क मरम्मत के नाम पर पानी की तरह ठाणे शहर में बढ़ाए गए हैं सड़क मरम्मत के नाम पर सत्ताधारी दल से जुड़े ठेकेदार और ठाणे मनपा के प्रशासनिक अधिकारी मालामाल हुए हैं ऐसा आरोप महेंद्रकर ने लगाया है |

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