एक मंच पर पहली बार जुटे दो हजार से अधिक चित्रकला प्रतिस्पर्धी


ठाणे ।  मुंब्रा में पहली बार 2,000 से अधिक चित्रकला प्रतिस्पर्धी एक स्थान पर जुटे सभी प्रतिभागियों ने बेहतर से बेहतर चित्रकला बनाने की कोशिश की इस महा चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन मर्जिया शानू पठान ने किया था , चित्रकला प्रतियोगिता विजेताओं को पारितोषिक आगामी 13 सितंबर को दिए जाएंगे , चित्रकला स्पर्धा का आयोजन राष्ट्रवादी के विधायक और राज्य के पूर्व गृह निर्माण मंत्री रहे जितेंद्र आव्हाड के मार्गदर्शन में कौसा के डायमंड हॉल में किया गया जहाँ दो हजार 178 विद्यार्थी महाचित्रकला स्पर्धा में शामिल हुए ।ज्ञात हो कि आयोजित चित्रकला स्पर्धा के दौरान राष्ट्रवादी काँग्रेस की ठाणे-पालघर विभागीय अध्यक्षा ऋताताई आव्हाड ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और उन्होंने चित्रकला स्पर्धा में शामिल विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाते हुए प्रोत्साहित भी किया, इस स्पर्धा का आयोजन 4 वर्गों में किया गया जिसमे स्पर्धा में शामिल हुए प्रतियोगियों को उनकी उम्र के हिसाब से वर्गीकृत किया गया था , बताया जाता है कि विद्यार्थियों की उम्र को ध्यान में रखते हुए उन्हें छत्रपति शिवाजीमहाराज, डाॅ. बाबासाहेब आंबेडकर,  मौलाना अबुल कलाम आझाद, अशफाक खान के पोर्ट्रेट; निसर्ग चित्र, माय मुंब्रा आदी विषय दिए गए थे ।बता दे कि आयोजित महा चित्रकला स्पर्धा में शामिल चारों वर्गों के प्रथम  क्रमांक के विजेताओं को साइकिल और 3000 रुपए,  द्वितीय क्रमांक के विजेताओं को 3300 रुपए, तृतीय क्रमांक के विजेताओं को २100 और सम्मान चिन्ह दिए जाएंगे । 

इसके साथ ही इस स्पर्धा के माध्यम से 40 सुपर मुंब्रा कलाकारों का चयन होगा  उन्हें 11:00 ₹ तथा सम्मान चिन्ह से गौरवान्वित किया जाएगा , जबकि स्पर्धा में भाग लेने वाले सभी प्रतियोगियों को भी पदक और प्रमाण पत्र दिए जाने वाले हैं ,  मर्जिया पठान ने बताया कि मुंब्रा की प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस महा चित्रकला स्पर्धा का आयोजन किया गया , उन्होंने बताया कि आने वाले 13 सितंबर को सायंकाल 7:00 बजे राज्य के पूर्व गृह निर्माण मंत्री और. विधायक डाॅ.जितेंद्र आव्हाड, सैयद अली अशरफ, पूर्व विरोधी पक्ष नेता शानू पठाण आदि की उपस्थिति में डायमंड हॉल में पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किए जाएंगे जबकि महा चित्रकला स्पर्धा को सफल बनाने में शानू पठान, आशरीन इब्राहिम राऊत, फरजाना शाकीर शेख, साकिब दाते , मैसर शेख , नाजीम बुबेरे का विशेष सहयोग रहा और उनके प्रति मर्जिया पठान ने आभार व्यक्त किया है