एसआरपी के बिना ठाणे शहर में लॉकडाउन संभव नहीं

ठाणे । प्रदेश कांग्रेस कमिटी के सदस्य मिलिंद खराडे ने पालकमंत्री एकनाथ शिंदे से आग्रह किया गया है कि लॉकडाउन का ठाणे शहर में कड़ाई से पालन करवाया जाए अन्यथा इसके परिणाम सकरात्मक नहीं निकलेंगे साथ ही सवाल किया है कि ठाणे शहर में लागू किया गया लॉकडाउन किस तरह का है , शिंदे के साथ ही ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा के प्रयास की खराडे ने सराहना की है लेकिन उनसे आग्रह किया है कि शहर में लॉकडाउन सौ प्रतिशत सफळ बनाने के लिए एसआरपी जवानों की तैनाती आवश्यक है , ठाणे शहर में लॉकडाउन शुरू करने को लेकर तीन दिन पहले निर्णय लिए गए थे जिसमें शिंदे की अहम भूमिका थी जिस कारण ठाणे मनपा प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के बीच लॉकडाउन लगाने को लेकर सहमति बनी थी यह शहर के लिए एक अच्छा प्रयास  है इससे इंकार नहीं किया जा सकता है , लेकिन गुरुवार को ठाणे शहर में लॉकडाउन के दौरान अव्यवस्था देखी गई लेकिन इस लॉकडााउन पर अमल कौन करवाएगा, इसको लेकर विसंगती देखी गई टोलनाकों पर मुंबई की ओर जानेवाले वाहनों की लंबी कतार देखी गई ।
इस स्थिति को लेकर खराडे ने सवाल उठाया है साथ ही मनपा प्रशासन को आगाह किया है कि वे ठाणे शहर को कोरोना शहर नहीं बनने नहीं दें ,शहर की स्थिति चिंताजनक है चार महीने तक लॉकडाउन के बाद भी ठाणे जिला और ठाणे शहर में कोरोना की स्थिति नहीं सुधरी , रोगों का लगातार प्रसार हो रहा है इस समय ठाणे शहर में कोरोना रोगियां की संख्या दस हजार के पार चली गई है , इस स्थिति में प्रशासन को विशेष नियोजन करने की जरुरत है वैसे ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपीन शर्मा लगातार शहर का दौरा कर कोरोना को थामने के प्रयास में लगे हैं , लेकिन शहर में कोरोना का ग्राफ तब तक कम नहीं होगा जब तक लॉकडाउन का कड़ाई से पालन नहीं किया जाए , इसके लिए मनपा प्रशासन को चाहिए कि वे एसआरपी की मदद लें इन बातों का जिक्र करते हुए खराडे का कहना है कि कोरोना के कहर को पालकमंत्री एकनाथ शिंदे के हस्तक्षेप के बिना कम नहीं किया जा सकता है साथ ही शिंदे से आग्रह किया है कि ठाणे शहर में एसआरपी जवानों की तैनाती मामले में उचित पहल करे, अन्यथा ठाणे शहर आगे भी कोरोना का डंस झेलता रहेगा ।