ऑक्सीजन की आपूर्ति प्राइवेट अस्पतालों में बंद
गोरखपुर | गोरखपुर जनपद में आज से ऑक्सीजन आपूर्ति प्राइवेट अस्पतालों में बंद कर दिया गया है देखा जाए तो भारत में प्रतिदिन 7000 से लेकर 8000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाता है कहां जाए तो भारत दुनिया के सबसे बड़े ऑक्सीजन उत्पादक देश है यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत सबसे बड़े ऑक्सीजन की उत्पादक होते हुए भी भारत में ऑक्सीजन की कमी क्यों ? गोरखपुर मे दलालों द्वारा घोटाला तो नहीं किया जा रहा है और ऑक्सीजन की कमी गोरखपुर में ना आए यही देखने के लिए मंडलायुक्त जयंत नारलीकर एवं जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडेयन ने गिड़ा स्थित ऑक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया और वहां के मैनेजमेंट अधिकारियों से बात कर कड़ा निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में ऑक्सीजन की कमी हमारे जिले में नहीं होनी चाहिए |
आपको बता दे कि यूपी की राजधानी लखनऊ में प्लांटों से अब ऑक्सीजन की आपूर्ति अफसरों की निगरानी में होगी , ऑक्सीजन का दुरुपयोग रोकने और जरूरतमंदों तक पहुँचाने के लिए यह व्यवस्था की गई है प्रभारी डी.एम. रोशन जैकब ने सभी प्लांटों पर दो पालियों में 24 घंटे अफसरों की तैनाती की है वही लखनऊ के मेयो हॉस्पिटल ने अपने अस्पताल के बाहर ऑक्सीजन न होने का हवाला देते हुए नोटिस चस्पा कर दिया है जिसके कारण मरीजों में डर का माहौल बना हुआ है |