ऑक्सीजन की कमी बना अस्पतालों के लिए सिरदर्द
ठाणे | कोरोना कहर के बीच सरकारी व निजी अस्पतालों में संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है रोगियों की बढ़ती संख्या के कारण इन अस्पतालों में संसाधनों की कमी महसूस की जा रही है लेकिन ऑक्सीजन की कमी ने निजी और सरकारी अस्पतालों के समक्ष विकट समस्या खड़ी कर दी है ऑक्सीजन की कमी के कारण रोगियों की मौत से अस्पतालों में तनाव की स्थिति देखी जा रही है इस स्थिति को देखते हुए सेवाभावी चिकित्सक डॉ. परमिंदर एस. पांडेय ने राज्य के सी.एम. उद्धव ठाकरे से आग्रह किया है कि पूरे राज्य के अस्पतालों में आक्सीजन की कमी को दूर की जाए अन्यथा कोई भी अस्पताल लोगों के गुस्से का शिकार हो सकता है |
आक्सीजन की कमी को लेकर डॉ. पांडेय ने सी.एम. ठाकरे को लिखे निवेदन में इस बात का विशेष जिक्र किया है कि यदि सरकारी या निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी मरीज की मौत हो जा रही है तो उसके लिए डॉक्टर या फिर अस्पताल कर्मियों को दोषी ठहाया जा रहा है डॉक्टरों के साथ इसको लेकर अभद्र व्यवहार किया जा रहा है इतना ही नहीं अस्पताल कर्मियों पर भी निशाने साधे जा रहे हैं ठाणे और मुंबई स्थित सरकारी अस्पतालों में भी ऑक्सीन की कमी की बात सामने आई है महााष्ट्र के अन्य शहरों में भी ऐसी स्थिति देखी जा रही है किन कारणों से ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो रही है इसको लेकर राज्य सरकार स्थिति स्पष्ट करे ताकि लोगों का गुस्सा शांत हो सके अन्यथा ऑक्सीजन कमी से मरे रोगियों के सगे – संबंधी डॉक्टरों पर भी हिंसक हमले कर सकते हैं ऐसी संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है |