कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक साथ आए चार देश

2022 के अंत तक US इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (US- IDFC) कोरोना वैक्सीन बनाने में हैदराबाद की कंपनी भारतीय बायोलॉजिकल ई लिमिटेड की आर्थिक मदद करेगा और साल के अंत तक वैक्सीन के 100 करोड़ डोज के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है अमेरिकी एजेंसी की तरफ से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार वैक्सीन का निर्माण स्ट्रेनेंट रेगुलेटरी ऑथराइजेशन और WHO के साथ इमरजेंसी यूज लिस्टिंग से किया जाएगा और इसमें जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भी शामिल है बता दे कि यह खबर QUAD देशों की शुक्रवार को हुई बैठक के तुरंत बाद आई है आपको बता दे कि QUAD का पूरा नाम क्वाड्रिलेट्रेल सिक्योरिटी डायलॉग है ये भारत , अमेरिका , ऑस्ट्रेलिया और जापान का एक अनऑफिशियल स्ट्रेटेजिक ग्रुप है इसका गठन 2007 में हुआ था और 2008 में ऑस्ट्रेलिया के तत्कालीन प्रधानमंत्री केविन रूड ग्रुप से हट गए थे , तब से ग्रुप एक्टिव नहीं था और चीन के बढ़ते वर्चस्व को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अगुवाई में यह ग्रुप फिर से एक्टिव हुआ       |

रिपोर्ट के मुताबिक यह घोषणा एजेंसी की वैश्विक स्वास्थ्य और समृद्धि पहल का हिस्सा है इसके तहत वह कोरोना वैक्सीन के निर्माण , उत्पादन और सप्लाई को बढ़ाने के लिए काम कर रहा है इससे पहले वैक्सीन के निर्माण की क्षमता बढ़ाने के सहयोग को लेकर QUAD देशों की वर्चुअल बैठक में चर्चा की गई थी और क्वाड देशों में अमेरिका , भारत , जापान और ऑस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साथ शामिल हुए थे और आपको यह भी बता दे कि चारों देशों ने वैक्सीन के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिया और QUAD के सभी सदस्य देशों ने भारत में वैक्सीन उत्पादन को बढ़ाने और इसमें तेजी लाने के प्रयासों पर सहमति जताई एवं बैठक के अंत में एक फैक्टशीट भी दी गई इस फैक्टशीट के अनुसार भारत वैक्सीन उत्पादन के लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जापान से आर्थिक मदद को लेकर बात कर रहा है       |

बता दे कि QUAD ग्रुप के चार सदस्य देशों की वर्चुअल बैठक शुक्रवार को हुई थी इस ग्रुप के गठन के बाद यह पहली बैठक थी जब चारों देश के राष्ट्रीय अध्यक्ष एक साथ मौजूद थे और इस बैठक में भारत के PM नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले अपनी बात रखी थी एवं उन्होंने कहा था कि हमारा एजेंडा वैक्सीन , क्लाइमेट चेंज और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट को कवर करता है और हम साझा मूल्यों को आगे बढ़ाने , धर्मनिरपेक्ष , स्थिर और समृद्ध इंडो पैसिफिक के लिए मिलकर काम करेंगे एवं मैं इस पॉजिटिव विजन को भारत के प्राचीन दर्शन वसुधैव कुटुम्बकम के विस्तार के रूप में देखता हूं जो दुनिया को एक परिवार के रूप में मानता है       |

इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी बैठक में हिस्सा लिया था और उन्होंने कहा था कि यूनाइटेड स्टेट्स आपके और इस रीजन में अपने सभी सहयोगियों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है यह ग्रुप खास तौर पर महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका फोकस व्यावहारिक समाधान और ठोस नतीजों पर है हम मिलकर एक बड़ी साझेदारी की शुरुआत कर रहे हैं जिससे दुनियाभर की भलाई के लिए वैक्सीन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिलेगा और इस साझेदार से पूरे इंडो – पैसिफिक एरिया में वैक्सीनेशन भी ज्यादा मजबूत तरीके से चलाया जा सकेगा एवं ऑस्ट्रेलिया के PM स्कॉट मॉरिसन ने भी अपनी बात रखी उन्होंने कहा था कि 21वीं सदी में इंडो – पैसिफिक एरिया ही दुनिया की तकदीर का फैसला करेगा , दुनिया के चार महान लोकतांत्रिक देशों के लीडर्स के तौर पर हमारी पार्टनरशिप शांति , स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाएगी और जापान के PM योशिहिदे सुगा ने कहा कि क्वाड को लेकर मैं इमोशनल हूं , हमारा कमिटमेंट फ्री हिंद – प्रशांत क्षेत्र को लेकर है हम इस इलाके में शांति और स्थिरता चाहते हैं इसके लिए चारों देशों का साथ जरूरी है       |

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