गुजराती सिमकार्ड से बजा था हिरेन का गेम

ठाणे | ए.टी.एस. टीम ने हिरेन हत्या मामले में खुलासा करते हुए कहा कि इस अपराध को अंजाम देने में आरोपियों ने गुजरात कंपनी के वोडाफोन सिमकार्ड का उपयोग किया था , अहम बात है कि ये सिमकार्ड मुबंई के एक चर्चित क्रिकेट सट्टेबाज ने उपलब्ध कराया था जबकि ए.टी.एस. ने हिरेन की हत्या मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है इसके साथ ही ए.टी.एस. मृतक हिरेन के स्वर्णा भूषणों की भी खोज कर रही है |

आपको बता दे कि मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के सामने विस्फोटक से भरी कार मालिक मनसुख हिरेन हत्या मामले में ए.टी.एस. ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है गत ५ मार्च को हिरेन की लाश मुंब्रा खाड़ी से बरामद की गई थी , ए.टी.एस. ने इस बात का भी खुलासा किया है कि हिरेन को तावडे नाम से जो फोन आया था व फोन तावडे ने नहीं बल्कि कांस्टेबल शिंदे ने किया था और गिरफ्तार आरोपियों को आगामी ३० मार्च  तक ए.टी.एस. हिरासत में भेजा गया है ठाणे न्यायालय ने छुट्टी के दिन रविवार को आरोपियों को ए.टी.एस. हिरासत में रखने का आदेश दिया था  |

हिरेन हत्या मामले में जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है उसके नाम नरेश रमणिकलाल गोरा (३१) तथा विनायक बालासाहेब शिंदे (५१) है बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपी नरेश गोर मुंबई का चर्चित क्रिकेट सट्टेबाज है उसने ही बेनामी पांच – छह सिमकार्ड उपलब्ध कराया था जबकि दूसरा आरोपी विनायक शिंदे पुलिस विभाग में कर्मचारी है और फर्जीमुठभेड़ में वह भी शामिल था , जबकि उक्त मुठभेड़ के मामले में २१ लोगों को आरोपी बनाया गया था जिसमें १३ पुलिस अधिकारी तथा अन्य पुलिसकर्मी थे उसमें शिंदे भी शामिल था जबकि मुठभेड़ ११ नवंबर , २००६ को हुआ था |

ए.टी.एस. को हिरेन का हत्यारा शिंदे हाथ लगा , ए.टी.एस. के अधिकारियो का कहना है कि इस हत्या मामले में अन्य आरोपी भी शामिल हैं ए.टी.एस. के उपमहानिरीक्षक शिवदिप लांडे , उपायुक्त राजकुमार शिंदे , ए.सी.पी. श्रीपाद काळे , पुलिस निरीक्षक दया नायक , अनिल ढोले की इस गिरफतारी में अहम भूमिका रही है बताया गया है कि गत ४ मार्च को हिरेन को फोन करनेवाला व्यक्ति ने अपना नाम तावडे बताया था जबकि उसी फोन कॉल के बाद हिरेन उसी दिन रात में आठ बजे घर से बार निकला , दूसरे दिन हिेरेन की लाश मुंब्रा खाड़़ी से बरामद हुई थी , इस बात का भी खुलासा हुआ है कि आरोपी विनायक शिंदे ने तावडे नाम से हिरेन को फोन किया था , ए.टी.एस. अधिकारी इसको लेकर काफी आशान्वित हैं कि किस तरह हिरेन की हत्या की पूरी जानकारी मिलनेवाली है |

अब हिरेन हत्या प्रकण की जांच एन.आई.ए. के जिम्मे आ गया है इस बाबत पर केंद्रीय गृहमंत्रालय ने आदेश जारी कर दिया है लेकिन ए.टी.एस. के अधिकारियों का कहना है कि उन्हें अब तक इस संबंध में किसी तरह का लिखित आदेश नहीं मिला है जैसे ही अधिकृत आदेश आएगा वे हिरेन हत्या मामले में एन.आई.ए. को जांच के लिए सौंप देंगे ऐसा सूत्रों का कहना है सबसे अहम बात तो ये है कि हिरेन का हत्यारा आरोपी विनायक शिंदे लखन भैया मुठभेड़ मामले में पेरोल पर बाहर था , फर्जी मुठभेड़ मामले में न्यायालय ने उसे अजीवन कारावास की सजा सुनाई है केवल विनायक शिंदे ही पेरोल पर है लेकिन सचिन वाझे की पुलिस विभाग में वापसी के बाद शिंदे ने मुंबई पुलिस मुख्यालय में जाकर सचिन वाझे से मुलाकात की , इसके बाद वाझे के अनेक कामों में वह सहभागी हुआ ऐसी बातें सामने आई हैं |

मनसुख हत्या मामले में जब आरोपी की गिरफ्तारी की गई तो उसके पास से तीन मोबाईल बरामद हुए , आरोपी के पास से हिरेन हत्या मामले में उपयोग किए गए वोडाफोन गुजरात कंपनी के आठ सिमकार्ड भी मिले हैं इस बीच ए.टी.एस. ने वाझे के कस्टडी की मांग की है बताया गया है कि गिरफ्तार आरोपी और फरार आरोपी के साथ ही उपयोग में लाए गए वाहन की खोज अभी तक नहीं हो पाई है ए.टी.एस. टीम इस मामले में तेज गति से काम कर रही है गिरफ्तार आरोपी ने हत्या में जिस मोबाईल का उपयोग किया , उसकी खोज की जा रही है गाड़ी चोरी का मामला , विस्फोटक बरामदगी मामला और हिरने हत्या मामले में किस तरह का संबंध है इसकी जांच कर साक्ष्य जुटाने के काम में ए.टी.एस. टीम काम कर रही है इसके साथ ही हिरेन के शरीर पर जो स्वर्णा भूषण , मंगी घाडियां पॉकेट , डेबिट और क्रेडिट कार्ड जप्त करना अब भी बांकी है ए.टी.एस. टीम इस बात की भी जांच कर रही है कि हिरेन हत्या मामले में शामिल आरोपियो ने हत्या कहां की तथा कैसे फेंका उसकी जांच की जा रही है इस बारे में जल्द खुलासा होगा ऐसा विश्वास ए.टी.एस. टीम को है |

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