जान गंवाने वाले भारतीय पायलट ने इंडोनेशिया में ही मनाया था करवा चौथ

नई दिल्ली. जकार्ता में हुए विमान हादसे में जान गंवाने वाले पायलट भव्य सुनेजा (31) मयूर विहार फेज-1 पॉकेट-4 के रहने वाले थे। हादसे की सूचना के बाद सोमवार शाम भव्य के पिता गुलशन सुनेजा, मां संगीता और बहन रुहानी इंडोनेशिया के लिए रवाना हुए। घर से निकलते वक्त भव्य की मां ने हाथ जोड़कर कहा, आप लोग दुआ करो कि मेरा बेटा सकुशल लौट आए।

सुनेजा के घर पर दिनभर रिश्तेदारों, पहचान वालों और पड़ोसियों का आना-जाना लगा रहा। भव्य की पत्नी गरिमा की दोस्त मानवी ने बताया कि शनिवार को दोनों ने इंडोनेशिया में साथ में करवा चौथ मनाया था। उन्हें दिवाली मनाने 5 नवंबर को दिल्ली आना था। एक रिश्तेदार ने बताया कि वह दिल्ली शिफ्ट होना चाहते थे। उन्होंने एक एयर कंपनी में आवेदन भी दिया था।

4 सितंबर को भव्य का जन्मदिन था, तब उनका परिवार इंडोनेशिया गया था। इस खास दिन को सभी ने एकसाथ सेलिब्रेट किया था। पड़ोसी और आरडब्ल्यूए पदाधिकारी अनिल गुप्ता ने बताया कि गुलशन उनके दोस्त हैं। भव्य को बचपन से देखा है। उसे तैराकी और स्पोर्ट्स का शौक था। वह बहुत ही मिलनसार था। इस हादसे से एक पल में सब कुछ बिखर गया।

ब्रिटेन के ‘द गार्जियन’ अखबार ने भव्य के भाई कपिश गांधी से बात की। कपिश ने बताया कि उनके परिवार को हादसे की जानकारी सुबह टीवी चैनल्स से मिली। उन्होंने कहा ‘भव्य अपने काम से प्यार करते थे। उन्हें विमान उड़ाना बहुत पसंद था।’ भव्य की लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, मार्च 2011 में वे लॉयन एयरलाइंस से जुड़े थे। इससे पहले उन्होंने अमीरात एयरलाइंस में बतौर ट्रेनी पायलट तीन महीने काम किया था। सुनेजा के पास विमान उड़ाने का 6000 घंटे का अनुभव था।

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बाेइंग विमान जकार्ता के सोएकर्णो हट्‌टा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सुबह 6.17 बजे उड़ा था। विमान का संपर्क 13 मिनट बाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल से टूट गया। तब वह 3,650 फीट की ऊंचाई पर था। इसकी रफ्तार 345 नॉटिकल माइल्स तक बढ़ गई थी। कंट्रोल रूम से पायलट ने कहा था कि वह विमान लौटाना चाहता है। कंट्रोल रूम ने इसकी अनुमति भी दी, लेकिन विमान नहीं लौटा। कुछ समय बाद घटना के वीडियो फुटेज सामने आए।