जिलाधिकारी नार्वेकर बने क्लास टीचर

ठाणे | कोरोना के कारण स्कूलों के दरवाजे , गेट या फिर प्रवेशद्वार 2 सालों के बाद खुले , इसी क्रम में ठाणे जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने भी नौपाड़ा के गोखले रोड स्थित सरस्वती मंदिर ट्रस्ट के विद्यालय पहुंचे और कभी इसी विद्यालय के छात्र रहे नार्वेकर ने इस दौरान क्लास टीचर के तौर पर अपने दायित्व का निर्वाह किया , शिक्षक की हैसियत से उन्होंने बच्चों को ढेर सारी नैतिक मूल्यों की शिक्षा देते हुए अभिभावकों को सावधान किया कि वे अपने बच्चों पर किसी भी तरह का मानसिक दबाव डालने का कभी भी प्रयास नहीं करें , सरस्वती मंदिर ट्रस्ट के स्कूल के प्रवेश द्वार जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर और ठाणे के मेयर नरेश म्हसके की उपस्थिति में खोला गया , खुशी की बात रही कि इसी विद्यालय के छात्र रहे महापौर नरेश म्हसके ने विद्यालय का घंटी बजा कर स्कूल खुलने का शुभारंभ किया तथा इस अवसर पर स्कूल प्रवेश द्वार पर आकर्षक रंगोलियां बनाई गई थी साथ ही स्कूल घंटी को फूलों से भी सजाया गया |

कोरोना संकट के कारण जिले के स्कूलों को फिर से शुरू होने में दो साल लग गए , नये शैक्षिक उत्सव का शुभारंभ करते हुए नार्वेकर ने स्कूली बच्चों को स्त्री शिक्षा और नैतिक मूल्यों का पाठ पढ़ाया , इसी के तहत सरस्वती मंदिर ट्रस्ट के नए भवन में पहली बार कक्षाएं भरी गईं और जिलाधिकारी नार्वेकर स्कूल की दूसरी मंजिल पर कक्षा 10वीं B में क्लास लेने आए , कक्षा शिक्षक ने नए शिक्षक नार्वेकर को छात्रों से मिलवाया , इसके बाद अगले आधे घंटे तक नार्वेकर इसी वर्ग में थे , उन्होंने मराठी पुस्तक 10वी में सामाजिक सुधारक कर्वे का पाठ पढ़ाया उन्होंने इस बात पर बल दिया कि स्त्री शिक्षा का महत्व आंका नहीं जा सकता है उन्होंने कहा कि पुस्तक ज्ञान के साथ – साथ परिवेश का ज्ञान भी बच्चों में चाहिए , स्वयं को विकसित करने के लिए ज्ञान प्राप्त करना चाहिए जबकि बच्चों के बेहतर भविष्य को सींचने की क्षमता शिक्षकों में ही होती है इन बातों का जिक्र करते हुए जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहा कि  अब स्कूल फिर से शुरू हो गए हैं दोस्त फिर से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे , माता – पिता ने आपको स्कूल भेजा है अगर आप स्वस्थ रहेंगे तो उनके मन में कोई डर नहीं रहेगा और समाज में एक बड़ा संदेश जाएगा , इस बीच मेयर नरेश म्हस्के व कलेक्टर नार्वेकर , शिक्षा अधिकारी शेषराव बढे की उपस्थिति में स्कूल के पहले दिन का उद्घाटन किया गया , महापौर म्हस्के के हाथों घंटी बजाकर स्कूल की शुरुआत की गई इस समय आयोजित एक छोटे से समारोह में मेयर और कलेक्टर ने स्कूल के पूर्व छात्र होने की कई यादें साझा कीं , शिक्षक के संस्कार से स्कूल का एक छात्र महापौर तो दूसरा छात्र जिलाधिकारी बना , यह बात म्हस्के ने कही जबकि जिलाधिकारी नार्वेकर ने कहां की मुझे खुशी है कि जिले में स्कूल शुरू हो रहे हैं और शिक्षण संस्थान जिला प्रशासन द्वारा दिए गए आदेशों वह निर्देशों का सख्ती से पालन करेंगे , संस्था के ट्रस्टी सुरेंद्र दिघे ने कार्यक्रम का सूत्रसंचालन किया , इस अवसर पर संस्था के न्यासी , निदेशक मंडल , शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित थे |

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