जैन साधुओं को चातुर्मास के लिए विहार हेतु करें समुचित प्रबंध : प्रदेश कांग्रेस महासचिव सुमन अग्रवाल

ठाणे |  जैन धर्मावलंबियों के जल्द ही आरंभ हो रहे चातुर्मास के मद्देनजर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस की महासचिव सुमन अग्रवाल ने राज्य सरकार से इसके लिए जैन साधु-संतों को पैदल विहार हेतु समुचित प्रबंध किए जाने की मांग की है
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उध्दव ठाकरे को श्रीमती अग्रवाल ने इस संबंध में भेजे गए पत्र में बताया है कि इस वर्ष जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह से जैन धर्मावलंबियों का पवित्र चातुर्मास आरंभ हो रहा है और निर्धारित अवधि से करीब एक माह पहले जैन साधु-साध्वियां चातुर्मास-स्थल के लिए पैदल विहार करना शुरू कर देते हैं पैदल विहार के दौरान इन साधु-साध्वियों में से कुछ व्हीलचेयर पर तथा बडे आचार्यों के साथ चार पहिया गाडी हुआ करती है इनके संग गाडी चलाने वाले का भी समावेश रहता है, पर उनके साथ जनसमुदाय नहीं रहता ये साधु-साध्वियां-संत 4 माह तक चातुर्मास-स्थल पर ही रहते हैं ।

पत्र में उन्होंने यह भी बताया है कि कोरोना महामारी के मौजूदा गंभीर संकट के चलते जारी लॉकडाउन की वजह से इन दिनों चातुर्मास के लिए पैदल विहार पर निकले कई जैन साधु-संत विविध गांवों-कस्बों में फंसे हुए हैं। उन्हें पैदल विहार करते हुए ही चातुर्मास-स्थल तक पहुंचना है। लिहाजा, इस स्थिति में राज्य सरकार को चाहिए कि वह सभी पुलिस अधीक्षकों सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर इन साधु-साध्वियों-संतों के पैदल विहार को सुगम, सरल, सुचारू व सुरक्षित बनाए जाने का प्रबंध करें। साथ ही उनके लिए ई-पास की अनिवार्यता भी समाप्त की जाए, क्योंकि कई दिनों तक नंगे पांव पैदल विहार कर लंबी दूरी की यात्रा तय करने वाले इन साधु-संतों के लिए यह-सब संभव नहीं है ।