ट्विटर संसदीय समिति के सामने हुआ पेश

दिल्ली |     ट्विटर इंडिया ने कुछ दिनों पहले लद्दाख को चीन का हिस्सा बता दिया था जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था इस मामले में डेटा प्रोटेक्शन को लेकर सांसदों की एक पैनल ने ट्विटर इंडिया से जवाब मांगा था , हालांकि आज प्लेटफॉर्म की तरफ से मिले जवाब को पैनल के सदस्यों ने काफी करार दिया है पैनल की अध्यक्ष मीनाक्षी लेखी ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए बताया कि संसदीय समिति का मानना है कि ट्विटर की तरफ से मिला स्पष्टीकरण पर्याप्त नहीं है , समाचार एजेंसी से बातचीत में लेखी ने कहा कि लद्दाख को चीन के हिस्से के तौर पर दिखाना एक अपराध है जिसमें 7 साल तक की जेल हो सकती है लेखी ने कहा कि ट्विटर के अधिकारियों ने कहा है कि वे भारत की संवेदन शीलताओं का सम्मान करते हैं इस मामले को लेकर सांसद ने कहा यह पर्याप्त नहीं है यह सवाल संवेदनशीलता का नहीं है यह भारत की संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ है     |