ठाणे का जुपिटर अस्पताल उड़ा रहा इंडियन मेडिकल काउंसिल के निर्देशो की धज्जियां

ठाणे । ठाणे शहर में चर्चित निजी अस्पताल जूपिटर हॉस्पिटल द्वारा अस्पताल के 15 वें वर्षगांठ के अवसर पर शहर में जगह – जगह होर्डिंग लगाए गए हैं इतना ही नहीं इस होर्डिंग में डॉक्टर की निजी छवि का दुरुपयोग निजी लाभ में अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया गया है इंडियन मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देशों का उल्लंघन कर अस्पताल द्वारा इस तरह की हरकत को लेकर मनसे के महासचिव संदीप पाचंगे ने महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल मुंबई और ठाणे महानगरपालिका आयुक्त अभिजीत बांगर को से लिखित शिकायत कर जुपिटर अस्पताल के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई करने की मांग की है कहा गया है कि इंडियन मेडिकल काउंसिल के नियमानुसार डॉक्टर के निजी फोटो, विशेष कौशल संस्था की संलग्नता का या पुरस्कार किसी के बारे में जानकारी सार्वजनिक तौर पर किसी निजी अस्पताल द्वारा निजी लाभ के लिए नहीं किया जाना चाहिए , लेकिन ठाणे शहर में जुपिटर अस्पताल के 15 हुए वर्षगांठ के अवसर पर अस्पताल द्वारा जो विज्ञापन होर्डिंग के माध्यम से दिखाए गए हैं उसमें डॉक्टरों की वैयक्तिक पात्रता और योग्यता को दर्शाने का भरपूर प्रयास किया गया है इन बातों का जिक्र करते हुए संदीप पाचंगे ने कहा कि यह सरासर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया के निर्देश का उल्लंघन है ।

जुपिटर अस्पताल की जाहिरात पर सेवाभावी अस्पताल द्वारा किए गए समाज सेवा के कार्यों का विवरण या उल्लेख नहीं किया गया है बल्कि बड़े-बड़े डॉक्टरों के फोटो और उनकी योग्यता और विशेष कौशल को दर्शाने का प्रयास किया गया है इन बातों का जिक्र करते हुए पाचंगे ले मांग की है कि जुपिटर अस्पताल द्वारा किए गए सेवाभावी चिकित्सा कार्यों का ब्यौरा लिया जाना चाहिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की धारा 6 -1 में उल्लेखित है कि कोई भी डॉक्टर के साथ अस्पताल अपना जाहिरात फ्लेक्स, बैनर और होर्डिंग में उपयोग नहीं कर सकते हैं , जबकि जुपिटर अस्पताल ने डॉक्टरों के छायाचित्र के साथ अस्पताल के होर्डिंग में उसके व्यवसाय संदेश दिख रहे हैं , पाचंगे का कहना है कि अस्पताल को चाहिए था कि अब तक शहर में इस अस्पताल द्वारा कितने मुफ्त चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए हैं कितने रोगियों की मुफ्त में सेवा की गई है इन बातों का उल्लेख करने की जगह डॉक्टर की निजी योग्यता को दिखाने का प्रयास कर उसके व्यावसायिक दोहन का काम किया गया है उन्होंने कहा है कि डॉक्टरों के प्रति उनकी सहानुभूति और सम्मान है उनकी प्रतिभा और योग्यता का व्यवसायिक दोहन निजी अस्पताल द्वारा किया जाना न्याय संगत नहीं है , और इसकी अनुमति मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया भी नहीं देता है उन्होंने महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल मुंबई तथा ठाणे महानगरपालिका आयुक्त बांगर से मांग की है कि इस मामले में उचित प्रशासनिक कार्रवाई जुपिटर अस्पताल के खिलाफ की जाए ।