ठाणे के ऐतिहासिक किलों को चाहिए संरक्षण
ठाणे | महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार की उदासीनता के कारण ठाणे जिले में स्थित ऐतिहासिक किलों की स्थिति जर्जर है राज्य सरकार इस ओर किसी तरह का ध्यान नहीं दे रही है इसको लेकर सह्याद्री प्रतिष्ठान ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखित निवेदन पंचायती राज मंत्री कपिल पाटील के माध्यम से दिया है सहयाद्री प्रतिष्ठान के ठाणे जिला अध्यक्ष महेश विनेरकर ने केंद्रीय पंचायती राज्य मंत्री कपिल पाटिल को यह निवेदन दिया है आग्रह किया गया है कि वे उक्त निवेदन देश के पी.एम. नरेंद्र मोदी तक पहुंचाएं ताकि इन ऐतिहासिक विलों का उद्धार और संरक्षण संभव हो सके , सहयाद्री प्रतिष्ठान ठाणे जिल्हा अध्यक्ष महेश विनेरकर ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान केंद्रीय पंचायती राज्य मंत्री कपिल पाटिल को इस संदर्भ में निवेदन दिया |
इस अवसर पर शिष्टमंडल में सहयाद्री प्रतिष्ठानच के अनिकेत कडव , पंकज दांगट , संजय जाधव , संगीता जाधव , हरिश्चंद्र बागडे , विश्वजित जाधव , विशाल वाघ , नितीन आंबेकर , प्रशांत मटकर व पदाधिकारी उपस्थित थे , निवेदन के माध्यम से मांग की गई कि ठाणे जिले में स्थित ऐतिहासिक किलों के संवर्धन के लिए सरकारी स्तर पर पहल की जाए वैसे सहयाद्री प्रतिष्ठान गत कई सालों से महाराष्ट्र के तमाम ऐतिहासिक किलों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयत्नशील रहा है जबकि सह्याद्री प्रतिष्ठान के कार्याध्यक्ष विधायक संजय केलकर और सहयाद्री प्रतिष्ठान के संस्थापक श्रमिक गोजमगुंडे के मार्गदर्शन में किलों के संवर्धन और संरक्षण हेतु लगातार काम किए जा रहे हैं इन बातों की जानकारी देते हुए सह्याद्री प्रतिष्ठान के ठाणे जिला अध्यक्ष महेश विनर कर ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय पंचायती राज्य मंत्री कपिल पाटिल को महाराष्ट्र के ऐतिहासिक किलों की हो रही उपेक्षा को लेकर अवगत कराया है निवेदन के माध्यम से यह भी आग्रह किया गया है कि सहयाद्री प्रतिष्ठान को पुरातत्व विभाग और उसके अधिकारियों का सहयोग मिले |