ठाणे राकपा की ओर से केंद्र सरकार के विरोध में आंदोलन

ठाणे । एक तरह जहाँ वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण काल में केंद्र सरकार ऑनलाईन और विडिओ कांफ्रेंसिंग के जरिये अपना कामकाज चला रही है , वहीँ देश भर में जेईई- नीट की परीक्षा लेकर करीब 25 लाख विद्यार्थियों की जान धोखे डाल रही है , उक्त आरोप लगाते हुए राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड के आदेशानुसार राकांपा के ठाणे इकाई के शहराध्यक्ष आनंद परांजपे के मार्गदर्शन में राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस ने केंद्र सरकार के उपर्युक्त निर्णय के विरोध में आंदोलन किया और दोनों ही परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की , राकांपा विद्यार्थी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के इस निर्णय को घातक बताते हुए कहा की वर्तमान में कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से परिस्थिति भयंकर है , देश की 11 राज्यों की सरकारों ने परीक्षा न लेने की विनंती भी केंद्र सरकार से की है , लेकिन केंद्र सरकार हुकूमशाही की दृष्टि से अपना कार्यभार चला रही है ।

इसलिए गरीब घरों के बच्चों का जीवन संकट में डालने की साजिश केंद्र सरकार इस परीक्षा द्वारा करती दिखाई दे रही है जबकि जेईई-नीट के परिक्षा के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार व अन्य राज्यों के सरकारों के साथ एकत्रित बैठक कर निर्णय लेने का निर्देश दिया था , परन्तु राज्य की सरकारों को बिना ही विश्वास में लिए भाजपा शासित केंद्र सरकार ने जबरन यह परीक्षा विद्यार्थियों के सिर पर मढ़ा है और उनके जान को लेकर कोई चिंता नहीं , इससे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की सुरक्षा की दृष्टि से एक बड़ी समस्या निर्माण हो गई जिसका वे निषेध कर रहे है , इस आंदोलन में राष्ट्रवादी विद्यार्थी कांग्रेस के शहराध्यक्ष प्रफुल कांबले, कलवा विभाग अध्यक्ष आकाश पाटिल के नेतृत्व में मोदी सरकार के विरोध में घोषणा बाजी भी की गई , इस मौके पर कार्याध्यक्ष शाहरुख सय्यद, समर ढोले, आदित्य करुलकर, अक्षय मोहिते, तुषार सिंह, फाहाद शेख, प्रणील कुडक सहित अन्य विद्यार्थी प्रतिनिधी और हॉकर्स सेल अध्यक्ष – सचिन पंधारे, युवक ब्लॉक अध्यक्ष विक्रम खामकर, विशाल खामकर,फिरोज पठाण आदि ने हिस्सा लिया ।