डॉ. एम विश्वेश्वरैया का देश के विकास में अहम योगदान :- अशोक विश्वकर्मा

वाराणसी |      आधुनिक भारत के विश्वकर्मा के रूप में विख्यात भारत रत्न डॉ. मोक्षगुंडम श्री निवासन विश्वेश्वरैया के जन्म दिवस पर आल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा उनका जन्म 15 सितम्बर , 1861 को कर्नाटक , मैसूर के कोलार जिले में स्थित चिक्काबल्लापुर तालुक मे तेलुगु परिवार में हुआ था उनके पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेद चिकित्सक थे विश्वेश्वरैया की मां का नाम वेंकाचममा था जब वो केवल 32 वर्ष के थे उन्होंने सिंधु नदी से सुक्कूर कस्बे को पानी की आपूर्ति भेजने का प्लान तैयार किया जो सभी इंजीनियरों को पसंद आया सरकार ने सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के उपायों को ढूंढने के लिए समिति बनाई इसके लिए विश्वेश्वरैया ने एक नए ब्लॉक सिस्टम को इजाद किया उन्होंने स्टील के दरवाजे बनाए जो कि बांध से पानी के बहाव को रोकने में मदद करता था उनके इस सिस्टम की प्रशंसा ब्रिटिश अधिकारियों ने मुक्त कंठ से की आज यह प्रणाली पूरे विश्व में प्रयोग में लाई जा रही है विश्वेश्वरैया ने मूसा व ईसा नामक दो नदियों के पानी को बांधने के लिए भी प्लान तैयार किए इसके बाद उन्हें मैसूर का चीफ इंजीनियर नियुक्त किया गया मैसूर में ऑटोमोबाइल और एयरक्राफ्ट फैक्ट्री की शुरुआत करने का सपना मन में संजोए विश्वेश्वरैया ने 1935 में इस दिशा में कार्य शुरू किया मंगलूर हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स तथा मुंबई की प्रीमियम ऑटोमोबाइल फैक्ट्री उन्हीं के प्रयासों का परिणाम है 1947 में वह ऑल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष बने वह किसी भी कार्य को योजनाबद्ध तरीके से पूरा करने में विश्वास करते थे विश्वेश्वरैया को 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था क्योंकि उनके प्रयासों से ही कृष्णराज सागर बांध भद्रावती आयरन एंड स्टील वर्क्स मैसूर संदल ऑयल एंड सॉप फैक्ट्री मैसूर विश्वविद्यालय बैंक ऑफ मैसूर का निर्माण हो पाया एम विश्वेश्वरैया को आधुनिक भारत के विश्वकर्मा के रूप में बड़े सम्मान के साथ स्मरण किया जाता है अपने समय के बहुत बड़े इंजीनियर , वैज्ञानिक और निर्माता के रूप में देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाले डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को भारत ही नहीं वरन विश्व की महान प्रतिभाओं में गिना जाता है विश्वेश्वरैया पूरी दुनिया के इंजीनियरों के लिए एक मिसाल और प्रेरणा के स्रोत हैं     |