ड्रीम मॉल और हॉस्पिटल में लगी आग

मुंबई |       मुंबई के भांडुप इलाके में स्थित ड्रीम मॉल और सनराइज हॉस्पिटल में शुक्रवार को आग लगी , जिसके मामले में शनिवार को बड़ी कार्रवाई हुई है बता दे कि 11 लोगों की मौत के मामले में BMC की शिकायत पर भांडुप पुलिस स्टेशन में गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज किया गया है आग लगने की घटना के बाद जारी जांच में सामने आया है कि ड्रीम्स मॉल के पास फायर NOC नहीं थी और कुछ महीने पहले मुंबई सेंट्रल स्थित सिटी सेंटर मॉल में आग लगने के बाद फायर ब्रिगेड ने मुंबई के सभी मॉल्स में फायर ऑडिट की थी तब कई मॉल्स में फायर सिस्टम नहीं पाया गया था उनमें ड्रीम्स मॉल भी था एवं फायर ब्रिगड के एक अधिकारी ने बताया कि मॉल में करीब एक हजार दुकान हैं उनमें रखे सामान की वजह से आग तेजी से फ़ैल गई और कोरोना अस्पताल शुरू करने के लिए पिछले साल अस्पताल को शर्तों के साथ प्रोविजनल NOC दी गई थी , BMC प्रशासन ने पिछले दिनों अस्पताल के सुरक्षा उपायों की जांच की थी और अस्पताल की 28 फरवरी तक बंद करने का आदेश दिया था बाद में इसे बढ़ाकर 31 मार्च तक कर दिया गया था        | 

आपको बता दे कि इस मामले में IPC की धारा 304 और 34 के तहत ड्रीम्स माल मैनेजमेंट के राकेश वाधवा (HDIL चेयरमैन) , निकिता त्रेहान (राकेश वाधवा की बेटी) , सारंग वाधवा (राकेश वाधवा के भाई व HDIL ग्रुप के MD) , दीपक शिर्के समेत अन्य को आरोपी बनाया गया है तथा इनके अलावा प्रिविलेज हेल्थकेयर व सनराइज ग्रुप मैनेजमेंट , अमित त्रेहान (राकेश वाधवा के दामाद) , निकिता त्रेहान , राकेश वाधवा बेटी स्वीटी जैन समेत अन्य को भी आरोपी बनाया गया है जानकारी के मुताबिक, HDIL द्वारा साल 2009 में बनाए इस मॉल के चेयरमैन राकेश वाधवा है वहीं उनकी बेटी निकिता त्रेहान सनराइज ग्रुप की MD है जिनका ड्रीम्स मॉल में सनराइज हॉस्पिटल था और गुरुवार रात को 11:49PM पर मॉल में आग लगी थी एवं फायर ब्रिगेड के मुताबिक यह लेवल 4 की आग थी , मामले की जानकारी मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की पहली टीम आधी रात 12:14 AM पर फायर ब्रिगेड पहुंची जिसके बाद दमकल की दो दर्जन गाड़ियां आग पर काबू करने का प्रयास करती रहीं और शुक्रवार दोपहर 2 बजे के बीच आग पर काबू पाया जा सका और इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे , उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौके पर पहुंचे एवं राहत और बचाव कार्य का जायजा लिया , इस दौरान CM ने मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने का ऐलान भी किया साथ ही साथ उन्होंने कड़ी कार्रवाई की बात भी कही थी           |

आपको यह भी बता दे कि अस्पताल में आग लगने के बाद यहां इलाज चल रहे 76 मरीजों को दूसरे हॉस्पिटल में शिफ्ट किया गया और इस अस्पताल में कई कोरोना संक्रमित मरीज भी भर्ती थे जिनका इलाज चल रहा था , 73 पेशेंट्स में 30 को मुलुंड के जंबो सेंटर में शिफ्ट किया गया है वहीं तीन लोगों को फोर्टिस अस्पताल में एडमिट कराया गया है बाकी अन्य का अलग – अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है और इस मामले में अस्पताल प्रशासन की तरफ से जारी बयान में कहा गया कि मृतकों में से दो कोविड के मरीज थे और उनकी मौत कोविड की वजह से हुई थी आग लगने से नहीं , हॉस्पिटल की ओर से कहा गया है कि ड्रीम्स मॉल के पहले फ्लोर पर आग लगी थी जिसका धुआं सनराइज अस्पताल तक भी पहुंचा था , जिसके बाद तुरंत ही अस्पताल में अलार्म सिस्टम बजने लगा और सभी भर्ती मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया           |

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