थीम पार्क घोटाले को हो रही है दफनाने की साजिश

जांच के लिए एसीबी को नहीं दे रहा है प्रशासन पत्र
ठाणे । एक बार फिर ठाणे मनपा में हुए थीम पार्क घोटाले को लेकर राकांपा ने सनसनीखेज खुलासा किया है , आरोप लगाया गया है कि थीम पार्क घोटाले को लेकर ठाणे मनपा में सत्तासीन शिवसेना परेशान है , जिस कारण इसे हर स्तर पर  दबाने की कोशिश हो रही है ।
पहले चर्चा हुई थी कि थीम पार्क घोटाले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा किया जाएगा , लेकिन अब तक मनपा प्रशासन ने इस बाबत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को लिखित पत्र  नहीं दिया है , ऐसे सनसनीखेज आरोप लगाते हुए ठाणे राकांपा अध्यक्ष आनंद परांजपे और मनपा में विरोधी पक्षनेता मिलिंद पाटील ने कहा है कि इस मामले में ठाणे मनपा आयुक्त संजीव जायसवाल की भूमिका सकारात्मक नहीं है , ऐसा प्रतीत हो रहा है कि विदित हो कि थीम पार्क घोटाले का पर्दाफाश राकांपा नगरसेवक नजीब मुल्ला ने किया था ।
मीडिया को जानकारी देते हुए बताया गया कि थीम पार्क घोटाले की जांच के लिए गठित समिति की बैठक शुरू है , उसमें पारदर्शिता का अभाव है , मिलिंद पाटील ने बताया कि जुने ठाणे – नवीन ठाणे के साथ ही थीम पार्क सदैव विवादों में रहा है , वैसे थीम पार्क को मंजूरी विवादास्पद रहा है , जिस समय इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली थी उस समय मनपा में विरोधी पक्षनेता हणमंत जगदाले थे ।
उन्होंने इसका विरोध किया था पत्रकार परिषद के दौरान  राकांपा प्रदेश सचिव व नगरसेवक सुहास देसाई, नगरसेवक मुकूंद केणी, शानू पठाण, जफर नोमानी आदि भी उपस्थित थे , पाटील का कहना था कि शुरू से ही विवादों में फंसी रही थीम पार्क को लेकर सत्ताधारी पक्ष शिवसेना ने मनमानी की , थीम पार्क के लिए १५.९ करोड़ की प्रशासकीय  और वित्तीय मान्यता दी गई थी , ठाणे मनपा प्रशासन की मंजूरी नहीं होने के बाद भी इस खर्च को मान्यता दे दी गई ।
आरोप यहां तक लगाए गए कि दिशाभूल कर थीम पार्क को मंजूरी दी गई , पार्क के लिए तीन निविदा आई थी ,जिसमें दो निविदा एक ही व्यक्ति की थी , लेकिन फिर से निविाद नहीं मंगाते हुए स्पेशल ठेकेदार को थीम पार्क का ठेका दे दिया गया , लेकिन एनडीज आर्ट प्रा. लि. कंपनी ने काम करना तो शुरू किया, लेकिन निर्धारित शर्तों का ठेकेदार ने खुलेआम उ्लंघन किया , जिस कारण थीम पार्क निर्माण की आड़ में करोड़ों का घपला हुआ ।
ठेकेदार को १६.३५ करोड़ में से ११ करोड़ ६७ लाख  ६२ हजार ८५१ रुपए की अदायगी कर दी गई थी , उक्त रकम एनडीज आर्ट प्रा. लि. कंपनी के नितीन देसाई को दिया गया , कहा गया है कि ठेकेदारों के कामों पर मनपा अधिकारियों ने किसी तरह की नजर रखी , इसके बदले अधिकारियों को जरुर रिश्वत मिली होगी , ऐसा कहा गया है इन बातों का जिक्र करते हुए मिलिंद पाटील ने मांग की है कि थीम पार्क घोटाले की जांच का जिममा एसीबी को दिया जाए ताकि सच सबके  सामने आ सके ।
राकांपा शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे ने कहा कि थीम पार्क घोटाले का पर्दाफाश राकांपा नगरसेवक नजाब मुल्ला ने किया था , बाद में मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया , जांच समिति में  मिलींद पाटील, नजीब मुल्ला और हणमंत जगदाळे ने भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया , जांच में यह स्पष्ट दिख रहा था कि सत्ताधारी शिवसेना ने थीम पार्क निर्माण में लागत से अधिक की रकम ठेकेदार को दी ।
परांजपे का आरोप था कि थीम पार्क घोटाले में शिवसेना के बड़े चेहरे से लेकर मनपा अधिकारियों तक को मोटी रकम दी गई है , विदित हो कि एसीबी से इसकी शिकायत  14 नवंबर 2018 को की गई थी , लेकिन एसीबी भी शिवसेना के दवाब में काम कर रही है , जिस कारण एसीबी टालमटोल कर रहा है , जिस कारण एसीबी के अधिकारी ठाणे मनपा का लिखित  पत्र मांग रहा है , परांजपे का कहना है कि यदि मनपा आयुक्त जायसवाल ने विभागीय आधार पर ऐसा किया तो जांच में गति आएगी ।