नेपाल बॉर्डर बंद होने के बावजूद भी नहीं बंद हो रही यूरिया की तस्करी प्रशासन मौन ?

रतनपुर / महाराजगंज |  नेपाल बॉर्डर बंद होने के बावजूद भी सीमावर्ती क्षेत्र मैं नहीं बंद हो रही है तस्करी प्रशासन हाथों पर हाथ धरे बैठे हुए है सभी थाना क्षेत्रो के हर छोटे बड़े सभी पगडंडी रास्तों से हो रही है युरिया की जमकर तस्करी दिन और रात में हो रही है लेकिन प्रशासन को कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा है तस्करी की बात करें तो इन दिनों परसामलिक, नौतनवां,सोनौली,बरगदवा, ठुठीबारी,निचलौल,कोल्हुई,आदि सभी थाना क्षेत्रो मे इन दिनों बिना किसी रोक टोक के दिन रात चल रहा है तस्करी का कारोबार उपरोक्त थाना क्षेत्र के सभी थानेदार ऐसे शांत बैठ है जैसे इन्हें कुछ पता ही नहीं है वहीं अगर सीमा क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति अगर साइकिल और मोटरसाइकिल पर किसान बही के साथ अगर खाद ले जाते मिल जाते तो उसकी खैर नहीं बिना जांच पड़ताल के क्षेत्र में तैनात बीट के सिपाही जाने ही नहीं देते हैं वहीं खाद की तस्करी कर रहे लोगों के पास मौके पर कोई भी कागज नहीं होता और एक बाईक पर तीन से चार बोरी यूरिया बांध कर तेज गति से जाते हुए दिखाई देते है ।
वहीं सीमा क्षेत्रों में तस्करी के लिए जो बड़े तस्कर है वह पीकप गाड़ी टैक्टर ट्राली टेम्पू कार में रखकर उसे त्रिपाल आदि से ढककर ले जाते हुए दिखाई देते हैं तस्करी के इस खेल को देखकर ऐसा लगता है की जैसे तस्करो को तस्करी करने का लाइसेंस प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लाईसेंस दे रखा है तभी तो इन्हें कोई भी सुरक्षा कर्मी जैसे पुलिस कस्टम कॄषि अधिकारी एस एस बी और तहसील के जिम्मेदार अधिकारी रोकने का कष्ट नहीं उठाते हैं जिम्मेदारो की इस तरह चुप रहना यह साबित करता है की तस्करी के इस कार्य में सब मिले हुए है तभी तो सभी जिम्मेदार मौन बैठे हुए है वहीं कभी कभी दिखावें के लिए मात्र सीमा पर तैनात जवान ही पकड़ते हैं तस्करी का माल आखिर इसमें कारण क्या है आखिर क्यों प्रशासन मौन बैठा हुआ है ?

रतनपुर से विनय त्रिपाठी की रिपोर्ट