पर्यावरण अनुकूल ई-वाहनों की मांग बढ़ने की संभावना 

नाशिक |      वित्त वर्ष 2020-21 में भारत ने 1 लाख 56 हजार इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जिनमें से दोपहिया वाहनों की गणना 1 लाख 52 हजार बताई गई थी , कोविड-१९ महामारी के बाद ई-वाहनों की मांग बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि उपभोक्ता निजी परिवहन के लिए ई-वाहनों को पर्यावरण के अनुकूल और लागत प्रभावी मानते हैं एवेंडस कैपिटल के अनुसार इलेक्ट्रिक बाइक का बाजार 2024-25 तक 12 हजार करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है 2024 – 25 तक इसे 9 प्रतिशत तक पहुंचाने का अनुमान है और इसमें 16 प्रतिशत की दर से बढ़ने की क्षमता है यह जानकारी ई-बाईक बनाने वाले वार्ड विझार्ड समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक यतिन गुप्ता ने दी , गृह मंत्री अमित शाह ने एक आभासी प्रारूप में वार्ड विझार्ड इनोवेशन मोबिलिटी ई-बाइक परियोजना का उद्घाटन किया , इस वक्त गुप्ता ने यह भी कहा कि नई परियोजना से 6 हजार से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार पैदा होंगे , गुप्ते ने परियोजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा की हमे खुशी हैं कि इतने कम समय में हमें अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत निर्माण के लिए प्रेरित किया गया है जिसके अनुसार भारत और मेक इन इंडिया के तहत कंपनी इन ई-बाइक को अफ्रीका , मध्य पूर्व और यूरोप में निर्यात करने की योजना भी बना रही है कंपनी अपने उत्पादन को सुविधाजनक बनाने के लिए अन्य ई-वाहन ब्रांडों के साथ साझेदारी करने के लिए तैयार है कंपनी ने अगले तीन से चार वर्षों में 500 करोड़ रुपये से 600 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य रखा है            |