पैसे लेकर बड़े ठेकेदारों के बिलों की अदायगी
ठाणे | निश्चित तौर पर कोरोना संकट के कारण ठाणे महानगरपालिका की आर्थिक स्थिति डामाडोल हुई है जिस कारण ठेकेदार चाहे वह बड़े ठेकेदार हो या छोटे ठेकेदार उनके बिलों का भुगतान रोक दिया गया है लेकिन इस बीच सनसनीखेज आरोप लग रहे हैं कि ठाणे मनपा में अधिकारी बड़े ठेकेदारों के बिलों की अदायगी पैसे लेकर कर रहे हैं इस तरह का सनसनीखेज आरोप ठाणे मनपा में सभागृह नेता व शिवसेना के वरिष्ठ नगरसेवक अशोक वैती ने लगाया है उनका कहना है कि सामान्य ठेकेदारों के बकाया बिलों की अदायगी मनपा प्रशासन पैसे के अभाव में नहीं कर रहा है लेकिन इस बीच जो तथ्य सामने आए हैं वह निश्चित तौर पर चिंता का विषय है ठाणे मनपा के बड़े – बड़े ठेकेदारों के बड़े – बड़े बिलों की अदायगी अधिकारी कर रहे हैं जबकि छोटे ठेकेदार के बकाया बिलों की अदायगी नहीं होने के कारण वे परेशानी में है |
अशोक वैती का कहना है कि कुछ दिन पहले ठाणे मनपा मुख्यालय में ठेकेदारों ने बकाया बिलों की को लेकर विरोध आंदोलन भी किया था , वह मामला कुछ प्रगति नहीं कर पाया लेकिन इस बीच ठाणे मनपा के कई बड़े ठेकेदारों जिनका बिल दो करोड़ से लेकर 3 करोड़ तक है उसकी अदायगी कर दी गई है इस तरह के भेदभाव से सभागृह नेता अशोक वैती काफी नाराज नजर आए , उन्होंने इस मामले को लेकर सभागृह में भी आवाज बुलंद की थी इतना ही नहीं वैती के विरोध के बाद अन्य राजनीतिक दलों के नगर सेवकों ने भी उनका साथ दिया , मांग की गई कि इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए , बकाया बिलों के भुगतान में प्रशासन किस आधार पर भेदभाव कर रहा है वैसे छोटे ठेकेदारों की स्थिति कोरोना संकट में काफी नाजुक रही है इन बातों का जिक्र करते हुए वैती का कहना है कि उन्हें पुख्ता सबूत मिले हैं कि कुछ चिन्हित नामवंत बड़े ठेकेदारों के दो से तीन करोड़ तक के बिलों की अदायगी की गई है उनका आरोप है कि बिलों की अदायगी के एवज में ठेकेदार ने मोटी रकम की अदायगी की होगी , तब जाकर ही ऐसा संभव हो पाया है अशोक वैती के इस आरोप से मनपा गलियारे में सनसनी फैल गई है मांग की जाने लगी है कि इस पूरे प्रकरण की विभागीय स्तर पर गहन जांच पड़ताल की जाए , साथ ही दोषी अधिकारियों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई हो |