प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में हस्तशिल्पियो के साथ भेदभाव वोट के लिए बिजली की राजनीति :- अशोक विश्वकर्मा

वाराणसी |     ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने आज जारी एक बयान में योगी सरकार पर हस्तशिल्पियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली देने की सुविधा समाप्त करने का फैसला बुनकरों के आंदोलन के दबाव में वापस लेकर बुनकरों के बिजली राजनीति के आगे घुटना टेक दिया उन्होंने कहा मुलायम सिंह यादव ने वोट के लिए बुनकरों को मुफ्त बिजली देने की बात कही थी सरकार बनने के बाद इसे लागू भी कर दिया गया इसके बाद बुनकरों के पावरलूम से मीटर उखाड़ दिए गए और हजारों रुपए की बिजली बुनकरों को चंद रुपए में दी जाने लगी बुनकरों को प्रति पावर लूम आधा हॉर्स पावर पर 65/- महीने का फ्लैट किराया फिक्स कर दिया गया और सबसे अहम बात यह की पावर लूम को कमर्शियल श्रेणी से अलग रखा गया है सरकार को जरूरतमंद और असहाय नागरिकों को पात्रता के आधार पर मदद करनी चाहिए और इसके लिए नियम सुनिश्चित होना चाहिए लेकिन सिर्फ वोट के लिए बुनकर वर्ग को करोड़ों रुपए की बिजली अनुदान के रूप में दिया जा रहा है वहीं दूसरी ओर हस्तशिल्पियों के साथ घोर भेदभाव और अनदेखी की जा रही है सरकार के भेदभाव और उपेक्षा के चलते बनारस में परंपरागत हस्तशिल्प का कुटीर उद्योग बर्बादी और विलुप्त होने के कगार पर है संगठन की लंबे समय से यह मांग है कि हस्तशिल्प विभाग द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर परंपरागत हस्तशिल्पियों को भी बुनकरों की भांति मिलने वाली बिजलीकरण सहित अन्य तमाम सुविधाएं मुहैया कराई जानी चाहिए   |