प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में बेरोजगारी के शिकार हस्तशिल्पयो ने ज्ञापन देकर रोजगार की मांग की :- अशोक विश्वकर्मा

वाराणसी |      ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वाधान में प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के बेरोजगार और भुखमरी के शिकार वंशानुगत एवं परंपरागत हस्तशिल्पियो ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में आज हस्तशिल्प निदेशक को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित 16 सूत्रीय ज्ञापन देकर योजनाओं में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने सहित रोजगार देने की मांग करते हुए कहा कि भारतीय हस्तशिल्प कला और हुनरमंद कलाकारों ने सदियों से दुनियां को अपने अद्भुत कला कृतियों से आश्चर्य चकित करते हुए देश का गौरव बढ़ाते रहें हैं भारतीय शिल्प की एक लंबी और प्राचीन परंपरा है जो परिष्कृत शिल्प संस्कृति की विरासत है सरकार के समुचित संरक्षण तथा ठोस नीतियों के अभाव के चलते अनेकों परंपरागत हस्तशिल्प कला विलुप्त होने के कगार पर हैं श्रम के सिद्धांत को प्रतिपादित करने वाले शिल्पकार समाज के लोग जातीय भेदभाव से परे देश और समाज के विकास में महत्वपूर्ण योगदान करते आ रहे है किंतु असंगठित क्षेत्र की श्रेणी में आने वाले इस समाज के करोड़ों परंपरागत एवं वंशानुगत शिल्पकार और कारीगर आर्थिक विकास के दौर में आज भी शोषित वंचित उपेक्षित तथा भेदभाव के शिकार होकर आर्थिक और सामाजिक असमानता और कोरोना महामारी के चलते बेरोजगारी एवं बदहाली की जिंदगी जीने को विवश हैं वंशानुगत शिल्पकारों की रोजी – रोटी से जुड़े इस गंभीर विषय की ओर बार – बार सरकार तथा संबंधित विभाग का ध्यान आकृष्ट किया गया किंतु लगातार इनकी अनदेखी कर इस समाज के साथ घोर अन्याय किया जा रहा है जिससे समाज के लोगों में घोर हताशा एवं क्षोभ है ज्ञापन के माध्यम से मांग किया है कि सरकार शिल्पकार समाज के वंशानुगत एवं परंपरागत कुशल कारीगरों के लिए विशेष पैकेज के माध्यम से राहत पहुंचाने के साथ ही लघु कुटीर उद्योग धंधों के समुचित संरक्षण तथा सर्वांगीण आर्थिक विकास के उद्देश्य से शिल्पकार दस्तकार विकास निगम अथवा हस्तशिल्प कला बोर्ड का गठन कर विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना को इससे संबद्ध करे तथा परंपरागत हस्तशिल्प कुटीर उद्योग धंधे एवं हाथ से बने धातु , पत्थर व लकड़ी के फर्नीचर उद्योग को कर मुक्त रखा जाय तथा हस्तशिल्पी पहचान पत्र धारकों को बुनकरों की भांति कंपाउंडर दर पर बिजली , निशुल्क बीमा , शिक्षा , चिकित्सा , पेंशन सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाय कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्रीकांत विश्वकर्मा , नंदलाल विश्वकर्मा , सुरेश विश्वकर्मा , एडवोकेट रमेश विश्वकर्मा , लोचन विश्वकर्मा , राम किशन विश्वकर्मा , अजय विश्वकर्मा , मिंटू विश्वकर्मा , सुरेश विश्वकर्मा , महेंद्र विश्वकर्मा , मोहित विश्वकर्मा , बाबू विश्वकर्मा आदि लोग थे    |