फेरीवालों पर प्रशासनिक अत्याचार
ठाणे | ठाणे शहर के दर्जनों झोपड़पट्टी बहुल परिसरों में अपना धंधा करने वाले फेरीवालों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है लेकिन ठाणे शहर के ही मनोरमा नगर में इन दिनों स्थानीय फेरी वालों को कार्रवाई के नाम पर परेशान किया जा रहा है यदि इस तरह की कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की जाती रही तो भाजपा चुप नहीं बैठने वाली है इस तरह की चेतावनी देते हुए भाजपा के ठाणे शहर जिला सचिव दत्ता घाडगे ने आरोप लगाया कि जानबूझकर उन्हें परेशान किया जा रहा है इस समय मनोरमा नगर में बाहरी फेरीवाले नहीं आ रहे हैं स्थानीय फेरीवाले ही यहां धंधा करते हैं बाहरी फेरी वालों को रोक दिए जाने और स्थानीय फेरीवालों से मनपा कर्मियों की अवैध वसूली रुक जाने से इस तरह की कार्रवाई की जा रही है इन बातों का जिक्र करते हुए दत्ता घाडगे ने कहा कि मनोरमा नगर में अवैध निर्माणों पर तो शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है इतना ही नहीं यहां राजनीतिक दलों के कार्यालय भी अवैध है लेकिन गरीब फेरीवालों को जानबूझकर सताया जा रहा है और कोरोना संकट कुछ हद तक थमने के बाद अब बाजारों में आवाजाही बढ़ी है इसी क्रम में फेरी वाले भी अपना धंधा कर परिवारों का गुजर – बसर कर रहे हैं ऐसी विषम परिस्थिति में राजनीतिक दबाव में मनोरमा नगर के फेरीवालों पर लगातार कार्रवाई हो रही है |
घाडगे का आरोप है कि मनोरमा नगर को छोड़कर चाहे वह भोकाली हो या बालकुम हो या मानपाडा हो या आजाद नगर हो , कहीं भी झोपड़पट्टी परिसरों में काम धंधा करने वाले स्थानीय फेरीवालों को परेशान नहीं किया जा रहा है लेकिन मनोरमानगर के स्थानीय फेरीवालों से मनपा प्रशासन की क्या दुश्मनी है यह समझ से परे की बात है उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए भाजपा शहर सचिव दत्ता घाडगे का कहना है कि इसके पीछे निश्चित तौर पर राजनीतिक दबाव काम कर रहा है जिस कारण आए दिन मनोरमा नगर के स्थानीय फेरी वालों पर कार्रवाई हो रही है एक तो ठाणे मनपा प्रशासन नेशनल होकर पॉलिसी पर अमल नहीं कर रही है तो दूसरी ओर फेरीवालों को परेशान किया जा रहा है यह चिंता का विषय है स्थानीय लोगों की रोजी – रोटी छीन रही है भाजपा इसके खिलाफ आंदोलनकारी भूमिका निभाने के लिए सड़कों पर उतरेगी , ऐसी चेतावनी घाडगे ने दी है |