बाजार और किसानों में संतुलन नाजुक -: 20 पूर्व भारतीय विदेश सेवा (IFS) 

दिल्ली |     किसान आंदोलन को विदेशी एक्टिविस्ट और सेलेब्रिटीज का सपोर्ट मिल रहा है इस बीच 20 पूर्व भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारियों ने कृषि कानून के समर्थन में एक खुली चिट्ठी लिखी है और अजय स्वरूप , मोहन कुमार , वीना सीकरी समेत 20 पूर्व IFS ने कहा है कि बाजार की शक्तियों और किसानों की उपज की सुरक्षा व उनके फायदे के बीच का संतुलन नाजुक है ऐसे में एक ही वक्त में किसी एक के दोनों हाथों में लड्डू नहीं हो सकते , पूर्व IFS ने खुली चिट्ठी में लिखा है कि आज कृषि क्षेत्र की मांग है कि किसान अपने उत्पादन में विविधता लाने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करें , सरकार के तीनों कृषि कानून इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है इन अधिकारियों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के प्रावधान का भी समर्थन किया है इन्होंने विकसित देशों द्वारा इस पर सवाल उठाए जाने को भी गलत बताया है और इधर किसान आंदोलन के 71वें दिन दिल्ली पुलिस ने लाल किले पर हिंसा भड़काने के एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया है क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को बताया कि गिरफ्तार किया गया धर्मेंद्र सिंह हरमन 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान अपनी कार में बैठकर किसानों को उकसा रहा था और वो दिल्ली के अर्जुन नगर का रहने वाला है एवं शाहीन बाग के प्रदर्शन के वक्त भी काफी सक्रिय था , बता दे कि सुबह गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों से मिलने पहुंचे 10 विपक्षी दलों के 15 नेताओं को पुलिस ने रोक दिया , इन हलचलों के बीच गृह मंत्री अमित शाह ने हालात पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव के बीच हाईलेवल मीटिंग हुई और पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए कुछ दिन पहले कई लेयर की बैरिकेडिंग करने के साथ ही सड़कों पर कीलें भी लगा दी थीं , इस पर किसान नेताओं और विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा था लेकिन गुरुवार को इन कीलों को हटाने के फोटो और वीडियो सामने आए , इसके बाद पुलिस ने सफाई दी कि कीलों को एक जगह से हटाकर दूसरी जगह लगाया जाएगा , साथ ही कहा कि बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा       |