भाजपा विधायक सुरेश धस के बयान पर भड़की राकां

पोस्टर पर पोती कालिख और पहनाएं हार 
ठाणे | भाजपा विधायक सुरेश धस द्वारा बिहारी महिलाओं के संदर्भ में आपत्तिजनक बयानबाजी करने के मामले को लेकर राकां भड़क गई है. नाराज राकां पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने  विधायक जितेंद्र आव्हाड के मार्गदर्शन में शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे,  हिंदी भाषी सेल अध्यक्ष प्रभाकर सिंह तथा उपाध्यक्ष संतोष तिवारी के नेतृत्व में मंगलवार की दोपहर प्रदर्शन किया, इस दौरान उपस्थित पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने धस की प्रतिमा को कालिख पोत निषेध जताया और फोटो तथा पुतले की चप्पलो से पिटाई की |
    आपको बतादें कि बीड में संपन्न एक जाहीर सभा में भाजपा विधायक सुरेश धस ने बिहारी महिलाओं के संदर्भ में आपत्तिजनक बयानबाजी की थी, धस का कहना था कई बिहार के पुरुष महाराष्ट्र में रहते है और मिठाई बाटते हैं, पूछने पर बताते हैं कि उनको गांव में बच्चा पैदा हुआ है, धस ने टिपण्णी की थी कि वे रहते यहां (महाराष्ट्र में ) और बच्चा वहां (बिहार ) में होता है |
राकां का आरोप है कि इससे बिहारी महिलाआं का घोर अपमान हुआ है, उन्होंने मांग की है कि अपने उक्त वक्तव्य पर धस तुरंत बिहार के लोगो से माफी मांगे , राकां अध्यक्ष आनंद परांजपे ने बताया कि इससे पहले  भाजपा के विधान परिषद सदस्य प्रशांत परिचारक ने पंढरपूर की सभा में सेना के जवानो की पत्नियों के बारे में विवादित बयान दिया था |
 परांजपे का आरोप है कि भाजपा की तरफ से देश की संस्कृति को खराब किया जा रहा है और चेतावनी दी की भाजपा नेताओं के उक्त रवैये को महाराष्ट्र कतई सहन नहीं करेगा , उत्तर भारतीय सेल के अध्यक्ष प्रभाकर सिंह के अनुसार स्त्री एक देवी का रूप है और उसका अपमान करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा, प्रदर्शन में शहर सचिव प्रभाकर सावंत, विक्रांत घाग, अरविंद मोरे,  गोपाल पांडे,  प्रभाकर तिवारी, मनीष मिश्रा, श्याम पाठक, पंकज पांडे, कमलेश पांडे, जे.के.मिश्रा, रमेश कनोजिया सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे |
भाजपा विधायक सुरेश धस द्वारा दिए गए वक्तव्य पर पर उत्तर भारतियों में नाराजगी देखी जा रही है , इस संदर्भ में राकां नेता सुरेन्द्र उपाध्याय ने भी बयान को गलत बताते हुए कहा कि भाजपा एक तरफ उत्तर भारतियों की हितैषी बताती है और चुनाव में वोट मांगती है और दूसरी तरफ उसके ही पार्टी के लोग उत्तर भारतीय समाज के बारें गलत बयान देते है, जबकि उत्तर भारतीय जहाँ उत्तर भारत को माँ मानते है तो वहीँ महाराष्ट्र को मौसी मानते है , लेकिन भाजपा के नेता इस प्रकार की बयान बाजी देकर उत्तर भारतीय समाज को शर्मिंदा कर रहे है, ऐसे में भाजपा को ऐसे बड़बोले नेताओं के विरुद्ध कार्रवाई करनी चाहिए |