महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पदाधिकारियों संग चुनार स्थित मां दुर्गा का दर्शन किया

चुनार |      अन्याय पर न्याय की जीत के प्रतीक पर्व विजयादशमी के अवसर पर ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने पदाधिकारियों के साथ विश्वकर्मा एकजुटता संपर्क अभियान के दौरान मिर्जापुर जनपद में राजा भर्तृहरि की नगरी चुनार राजगढ़ मार्ग पर पहाड़ी गुफा में स्थित शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा का दर्शन किया , राष्ट्रीय अध्यक्ष ने माता दुर्गा की महत्ता का वर्णन करते हुए बताया कि हजारों वर्ष पुराने इस मंदिर का बहुत ही महत्वपूर्ण ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है जिसका काशी खंड में भी उल्लेख है मान्यताओं के अनुसार रुरु नामक दैत्य के पुत्र दुर्ग ने अपने तप से ब्रह्मा को प्रसन्न कर शक्ति संपन्न होने का वरदान प्राप्त किया , शक्ति संपन्न होने के बाद वह देवताओं पर अत्याचार करने लगा , भगवान भोलेनाथ ने दुर्ग का संहार करने के लिए माता पार्वती को भेजा पार्वती ने कालरात्रि को सुंदर स्त्री का रूप धारण कर उसका वध किया तभी से प्रसन्न देवताओं ने उनका नाम दुर्गा रखा , द्वापर के अंत में राजा सुरथ द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया जो आज भी दुर्गा खोह मंदिर के नाम से जाना जाता है ऐसी मान्यता है कि जो लोग माता विंध्याचल में अपनी त्रिकोण यात्रा पूरी नहीं कर पाते यहां दर्शन करके वह अपनी यात्रा को पूर्ण कर सकते हैं इस दर्शन से उन्हें त्रिकोण यात्रा का फल प्राप्त होता है इस दौरान उनके साथ डॉ. प्रमोद कुमार विश्वकर्मा , नंदलाल विश्वकर्मा , एडवोकेट सुरेश विश्वकर्मा , दीनदयाल विश्वकर्मा , रामलोचन विश्वकर्मा , सुरेश विश्वकर्मा , महेंद्र विश्वकर्मा , मुन्नी लाल विश्वकर्मा , रामदयाल विश्वकर्मा सहित आदि लोग थे    |