महिंदा राजपक्षे चौथी बार बने प्रधानमंत्री 

कोलम्बो / श्रीलंका |   श्रीलंका की सियासत में महिंदा राजपक्षे चौथी बार श्रीलंका के प्रधानमंत्री बन गए हैं जानकारी के अनुसार रविवार को राजधानी कोलम्बो के ऐतिहासिक राजामहा विचार्या बौद्ध मंदिर में 74 साल के महिंदा ने शपथ ग्रहण की महिंदा को शपथ उनसे तीन साल छोटे भाई और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने दिलाई वैसे तो महिंदा खुद भी पहले राष्ट्रपति रह चुके हैं शपथ के बाद राष्ट्रपति गोतबाया ने अपने प्रधानमंत्री भाई के चरण भी  स्पर्श किए फिर दोनों गले मिले बता दे की श्रीलंका में पांच अगस्त को संसदीय चुनाव हुए थे राजपक्षे भाइयों की एस.एल.पी.पी. ने 225 में से 145 सीटें जीतीं उनकी सहयोगी पार्टियों ने पांच सीटें हासिल कीं , पिछले साल नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव में गोतबाया ने एकतरफा जीत दर्ज की थी अब संसदीय चुनाव में भी उन्हें भारी बहुमत मिला है उनकी पार्टी ने चुनाव से पहले कहा था कि अगर दो तिहाई बहुमत मिला तो संविधान में 20वां संशोधन करके राष्ट्रपति के अधिकार बढ़ाए जाएंगे महिंदा ने इस चुनाव में अपनी सीट पर 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की यह श्रीलंका के चुनावी इतिहास में किसी भी कैंडिडेट की सबसे बड़ी जीत है  |
महिंदा ने चुनाव प्रचार के दौरान ही साफ कर दिया था कि अगर उनकी पार्टी और वे खुद चुनाव जीतते हैं और प्रधानमंत्री बनते हैं तो राजामहा विचार्या बौद्ध मंदिर में शपथ ग्रहण करेंगे आपको बता दे की श्रीलंका में 70 फीसदी लोग बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं माना जाता है कि इन्हीं मतदाताओं को लुभाने के लिए महिंदा ने यह वादा किया था अब इसे पूरा भी किया है , श्रीलंका के चुनाव परिणामों और राजपक्षे ब्रदर्स की पार्टी एस.एल.पी.पी. की जीत से चीन बेहद खुश है चीन के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को खुलकर इसका इजहार भी किया था एक बयान में कहा गया की हम श्रीलंका के चुनावी नतीजों से बहुत खुश हैं दोनों देशों के संबंधों को नया विस्तार देने की कोशिश करेंगे राजपक्षे भाइयों का झुकाव हाल के कुछ साल में भारत से ज्यादा चीन की तरफ देखा गया है   |