मुंब्रा कौसा में चाहिए मतदाता कार्यालय
ठाणे | मुंब्रा कौसा में मतदाता पहचान पत्र बनाने और आवेदन जमा करने में आम नागरिकों को अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है मतदाता सूची में नाम जुड़ने की बात तो दूर रही उल्टे जिन लोगों का नाम मतदाता सूची में है उनके नाम भी किसी न किसी कारणवश काटे जा रहे हैं इस मुद्दे को लेकर हमारे हक की आवाज फाउंडेशन के अध्यक्ष रौनक खान ने बुलंद की है उन्होंने ठाणे जिला अधिकारी और ठाणे जिला चुनाव अधिकारी को भी इस बाबत निवेदन दिया है निवेदन के माध्यम से मांग की गई है कि कलवा मुंब्रा के लोगों की समस्या को देखते हुए यहां मतदाता कार्यालय या चुनाव कार्यालय खोला जाए ताकि नागरिकों की समस्याओं का समाधान आसानी से होता रहे , वैसे मुंब्रा कलवा 149 विधानसभा क्षेत्र के मुख्य चुनाव अधिकारी सुभाष काकरे के साथ इस मुद्दे को लेकर आम नागरिकों की बैठक भी हुई है स्वयं हमारे हक की आवाज फाउंडेशन के अध्यक्ष रौनक खान का आरोप है कि मुंब्रा कौसा की आबादी इस समय 8 से 10 लाख के करीब पहुंच गई है लेकिन यहां वैध मतदाताओं की संख्या मात्र 180000 है इतनी बड़ी आबादी को देखते हुए इतनी कम संख्या में मतदाताओं का पंजीकृत होना कई तरह की आशंकाओं को जन्म दे रहा है |
रौनक खान का कहना है कि हाल ही में यह बात सामने आई थी कि मुंब्रा कौसा के लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे जा रहे हैं और इसकी आधार अधिकारिक स्तर पर पुष्टि भी हुई थी , खान का कहना है कि मुंब्रा कौसा में चुनाव या मतदाता कार्यालय नहीं होने के कारण स्थानीय नागरिकों को कलवा का चक्कर लगाना पड़ता है क्योंकि उक्त कार्यालय कलवा में ही है यदि यह कार्यालय मुंब्रा में होता तो आम नागरिकों को आने जाने में परेशानी नहीं होती , उनका कहना है कि यदि कोई नागरिक मतदाता सूची में नाम डलवाने के लिए कलवा स्थित कार्यालय जाते हैं तो उन्हें कोई ना कोई सुधार के नाम पर फिर भेज दिया जाता है इस तरह मतदाता कार्यालय का चक्कर लगाने से लोग कतराते हैं और जिस कारण होने वाला काम भी नहीं हो पा रहा है रौनक खान का कहना है कि मुंब्रा कौसा में जो चल रहा है वह भारत के अन्य किसी भी विधानसभा क्षेत्र में नहीं हो रहा है मुंब्रा कलवा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत सिर्फ मुंब्रा की आबादी 8 से 10 लाख के बीच है लेकिन मतदाता सूची में केवल 180000 नामों का दर्ज होना किसी न किसी प्रकार की साजिश का ही परिणाम है उन्होंने मांग की है कि यदि मुंब्रा में कार्यालय खुलता है तो स्थानीय नागरिक समय निकालकर अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य डलवाएंगे |
रौनक खान का आरोप है कि यह स्थिति दशको से मुंब्रा में देखी जा रही है वैध मतदाताओं के भी नाम नहीं डाले जा रहे हैं और तो और कुछ खबरें यहां तक मिली है कि 25,000 से अधिक मतदाताओं ने अपने नाम मतदाता सूची में डालने के लिए पहले आवेदन किया था , लेकिन इन मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में नहीं डाले गए इस स्थिति को देखकर ऐसा लग रहा है कि इसके पीछे बहुत बड़ी राजनीतिक साजिश चल रही है जानबूझकर मुंब्रा कौसा के मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में नहीं डाला जा रहा है रौनक खान का कहना है कि यदि सिर्फ मुंब्रा कौसा की आबादी के हिसाब से मतदाता सूची तैयार हो तो यह एक स्वतंत्र विधानसभा क्षेत्र की हैसियत रखेगा , इसी हैसियत को समाप्त करने के लिए शायद उच्च स्तर पर यह साजिश की जा रही है रौनक खान ने मुंब्रा कौसा के आम नागरिकों के हक की आवाज उठाई है साथ ही उन्होंने स्थानीय नागरिकों से आग्रह किया है कि वह भी इस मामले को लेकर अपना सहयोग दें ताकि शासकीय और प्रशासनिक स्तर तक मुंब्रा कौसा के नागरिकों का गुस्सा किसी न किसी रूप में उसके पास तक पहुंच सके अन्यथा मुंब्रा कौसा के लोगों का नाम मतदाता सूची में डाला जाना आगे भी संभव नहीं होगा |