मुंब्रा में बह रही है विकास की उल्टी धारा

मुंब्रा | मुंब्रा में विकास की धारा बह रही है ऐसा दावा राकांपा के नेता और जनप्रतिनिधि करते रहते हैं राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड तो सच में यहां के नागरिकों के साथ ही सरकारी पदाधिकारियों के लिए सिरदर्द हैं स्थिति ऐसी है कि यदि सरकारी विभागों के अधिकारी कुछ मुंब्रा में अच्छा करना चाहे तो आव्हाड के कारण नहीं हो पाता है विकास के नाम पर मुंब्रा – कौसा के लोगों को राकांपा वाले बरगला रहे हैं जिस कारण यहां हॉकरों की समस्या का स्थायी निदान नहीं हो पाया , उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए आप के नेताओं ने आरोप लगाया है कि मुंब्रा – कौसा को आगे बढऩे की जगह उसे बाधित किया जा रहा है ये काम राकांपा के मंत्री जितेंद्र आव्हाड के इशारे पर चल रहा है स्थिति ऐसी है कि सरकारी अधिकारी व कर्मचारी उतना ही कर पाते हैं जितना करने का इशाारा आव्हाड देते हैं |

 
मुंब्रा – कौसा की समस्याओं को लेकर पार्टी के नेताओं ने मीडिया से बात करते हुए स्थानीय विधायक जितेंद्र आव्हाड की जमकर क्लास ली और प्रदेश पदाधिकारी अल्तमश फैजी , मुंब्रा – कलवा विधानसभा अध्यक्ष फजल अमिन , ठाणे जिले के पदाधिकारी विजय पंजवानी , अशरफ हुसैन तथा महासचिव नाजिम अंसारी की उपस्थिति में जमकर राकांपा की पोल खोली गई , इस दौरान अल्तमश फैजी ने कहा है कि आज हॉकरों की समस्या यहां गंभीर है लेकिन राज्य की सत्ता में रहते हुए भी राकांपा यहां के हॅाकरों का कल्याण नही चाहती है हॉकरों के हित की बात नहीं कर उसे ऐसे जगहों पर अस्थायी तौर पर बिठाया जा रहा है जहां आमदनी कम और परेशानी अधिक होती है |

फेरीवालों की व्यथा को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति खुशी से हॉकर नहीं बनता , परिस्थितियां ऐसी आती हैं कि उन्हें फेरीवाला पेट भरने के लिए ही बनना पड़ता है लेकिन कभी भी मुंब्रा – कौसा के हॉकरों का पुनर्वसन नेशनल हॉकर्स पॉलिसी को ध्यान में रख कर करने का राजनीतिक प्रयास नहीं किया गया जहां तक मित्तल ग्राउंड में हॉकरों के पुनर्वसन की बात है तो वह भी राष्ट्रीय हॉकर्स पॉलिसी के खिलाफ है अल्तमश फैजी का कहना था कि जिस स्थान के आसापस आबादी नहीं हो , वहां हॉकरों का पुर्नसन नहीं किया जा सकता है यही हाल मित्तल ग्राउंड का है यहां के फेरीवालों को आमदनी कम और परेशानी अधिक हो रही है ऐसे संवेदशील मामले में राज्य के गृहनिर्माण मंत्री तथा मुंब्रा – कलवा के विधायक जितेंद्र आव्हाड चुप्पी साधे हैं |

सच मेंं मुंब्रा – कौसा में विकास की धारा नहीं बल्कि विनाश की धारा बह रही है आम लोग परेशान हैं दुख की बात है कि गृहनिर्माण मंत्री आव्हाड के कारण ठाणे मनपा आयुक्त हो या अन्य सरकारी पदाधिकारी तौर पर चाहकर वे कोई अच्छा काम नहीं कर सकते हैं जो आव्हाड कहंगे वही करने के लिए अधिकारियों को बाध्य किया जा रहा है आव्हाड ने सरकारी पदाधिकारियों की उपयोगिता ही खत्म कर दी है ऐसी स्थिति में मुंब्रा का और क्या हाल हो सकता है और नेताओं ने आरोप लगाया है कि मुंब्रा – कौसा का भविष्य राकांपा के कारण अंधकारमय होगा , राजनीतिक संरक्षण में यहां अवैध निर्माणों की आंधी बह रही है टोरंट की दादागीरी को लेकर राकांपा ने चुप्पी साध ली है उपरोक्त बातों का जिक्र करते हुए फैजी ने कहा कि टोरंट कंपनी में राकांपा समर्थकों को ही नौकरी में रखा जा रहा है यानी दोनों के बीच मिलीभगत है उन्होंने कहा कि यहां की जनता परिवर्तन चाह रही है |

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