यातायत नियोजन की बाट जोह रहा है दिवा सडकें तो हैं, लेकिन गतिरोधकों का इंतजार

समर प्रताप सिंह
ठाणे । ठाणे मनपा के अंतर्गत आनेवाला दिवा परिसर हर स्तर पर उपेक्षित रहा है। दिवा परिसर जहां हाल के दिनों में तेजी से नागरीकरण हुआ है, लेकिन आधारभूत सुविधाओं के लिए यहां के नागरिक तरस रहे हैं, सबसे बुरा हाल सडकों का है ।
 दशकों बाद नई सडक बनाई गई है, लेकिन सडक पर गतिरोधक नहीं लगाए हैं, जिस कारण तेज गति से आनेवाले वाहनों के कारण नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ।
 वाहन कब किसे ठोकर मार दे, इसकी कोई गारंटी नहीं है, पिछले दिनों एक तेज गति वाहन की चपेट में आने से क स्कूली लडकी की मौत हो गई थी, इन बातों का जिक्र करते हुए ठाणे शहर जिला भाजपा सचिव गणेश भगत ने कहा है कि दिवा में अनियमित यातायात नियोजन के कारण आगे भी कोई बड़ा हादसा यहां की सडकों पर हो सकता है।
 इस बाबत उन्होंने ठाणे यातायात पुलिस से मांग की है कि दिवा में यातायात नियोजन शीघ्ऱ बेहतर किया जाए, अन्यथा स्थानीय नागरिक इसको लेकर अपने गुस्से का इजहार भी कर सकते हैं, दिवा के मेन रोड पर गति अवरोधक लगाए जाने की मांग उन्होंने की है ।
कुछ महीने पहले दिवा की मुखय सडक का विस्तारीकरण किया गया है, लेकिन विस्तारीकरण का काम अभी भी अधूरा है, रोड विस्तारित होने के बाद भी यहां फुटपाथों का कोई अता-पता नहीं है, गणेश भगत का कहना है कि जब से दिवा रोड का विस्तारीकरण हुआ है तब से दिवा स्टेशम की ओर आनेवाले वाहनों की गति काफी तेज हो गई है ।
 दुखद बात है कि दिवा में यातायात पुलिस की उपस्थिति नहीं होने के कारण वाहन चालक मनमौजी हो गए हैं, तेज गति वाहन कब किसे ठोकर मार दे, इसकी कोई गारंटी नहीं है ।
सबेरे और शाम के समय दिवा सडकों की स्थिति सबसे अधिक व्यस्त होती है , इसी समय वाहनों की आवाजाही भी बढ जाती है , ऑटो वालों में आगे निकलने की होड़ लगी रहती है, यह स्थिति दिवा रेलवे फाटक से लेकर दिवा पुलिस चौकी तक देखी जा रही है।
 यहां सडकों के किनारे चलने वाले भी अपने को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं, खासकर शाम के समय दिवा की मुखय सडक पर नागरिकों के साथ ही वाहनों की आवाजाही अधिक होने के साथ ही सडकों के किनारे फेरीवाले भी रहते हैं ।
दिवा में इस समय स्थानीय नागरिक दोहरी मार झेल रहे हैं, यहां नागरिकों को ढोनेवाले वाहनों की तेज गति सिरदर्द बन गया है, स्टेशन की ओर आनेवाले वाहनों की गति जानलेवा होती है, इस स्थिति को देखते हुए गणेश भगत ने ठाणे यातायात पुलिस से मांग की है कि दिवा की मुखय सडक पर गति अवरोधकों की आवश्यकता है ।
 इसके साथ ही सडकों पर खड़े बिजली के खंभे भी परेशानी का सबब बना हुआ है, रोड विस्तारीकरण के बाद भी इसे नहीं हटाया गया है , ये बिजली खंभे भी किसी समय जानलेवा हो सकते हैं, ऐसी आशंका उन्होंने जताई है ।
कुछ महीने पहले दिवा रेलवे स्टेशन से श्री गणेश सोसायटी तक रोड का विस्तारीकरण किया गया था, तब से ही वाहन चालक यातायात नियमों को ताक पर रखकर वाहन चला रहे हैं ।
 जिस कारण आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं, भगत का कहना है कि यदि इस मामले को प्रशासनिक स्तर पर गंभीरता से नहीं लिया गया तो भाजपा चुप नहीं रहेगी, इस मामले को लेकर जब मुंब्रा के यातायात विभाग के पुलिस निरीक्षक संभाजी जाधव से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि उक्त समस्या को लेकर अधिकारियों के साथ  पत्रव्यवहार किया जाएगा ।
 ताकि अवरोधक लगाने का काम आनेवाले समय में पूरा हो सके, इस मामले को लेकर ठाणे मनपा के कर्याकारी अभियंता प्रशांत फाटक का कहना है कि दिवा रोड के बीच बिजली खंभे होने के कारण रोड का काम नहीं किया जा सका है ।
 जिस कारण रास्ता विस्तारीकरण का काम भी अटका हुआ है, इसी के चलते रास्ते पर गति अवरोधक नहीं लगाए जा सके हैं, आनेवाले समय में इस काम को पूरा किया जाएगा ।