रामभाऊ तायडे बने दलित पैंथर के राष्ट्रीय अध्यक्ष
ठाणे | आर.पी.आई. आठवले गुट को ठाणे में भारी झटका लगा है आर.पी.आई. आठवले गुट के ठाणे शहर जिला अध्यक्ष रामभाऊ तायडे पार्टी को राम राम कर दलित पैंथर के नेतृत्व की कमान संभाल ली है तायडे की नियुक्ति दलित पैंथर के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर की गई है इस बात की पुष्टि पैंथर के राष्ट्रीय नेतृत्व ने भी कर दी है विदित हो कि ठाणे शहर में तायडे की दलित समाज के साथ ही पिछले और सामान्य वर्ग में भी अच्छी खासी राजनीतिक पकड़ है शहर में उनके समर्थकों की भरमार है उनकी नेतृत्व क्षमता के कारण ही ठाणे शहर में आर.पी.आई. आठवले गट अन्य गुटों से काफी मजबूत स्थिति में थी लेकिन तायडे के पासा पलटने से अब आर.पु.आई. आठवले गुट की परेशानी ठाणे शहर में बढ़ गई है खासकर ठीक ठाणे मनपा चुनाव के पहले तायडे का पार्टी छोड़ना पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले के लिए एक बड़ा राजनीतिक झटका है ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में भी हो रही है |
ठाणे के रामभाऊ तायडे जिन्होंने भारतीय रिपब्लिकन पार्टी (आठवले) से इस्तीफा दे दिया , दलित पैंथर के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुने गए , दलित पैंथर नेता और नामदेव ढसाल की पत्नी मल्लिका ढसाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में इस बात की घोषणा की , इस मौके पर बड़ी संख्या में दलित पैंथर के पदाधिकारी मौजूद रहे , इस घोषणा के साथ ही तायडे के समर्थकों में खुशी की लहर देखी जा रही है वैसे तायडे के करीबियों का कहना है कि ठाणे शहर में केंद्रीय नेतृत्व की उदासीनता के कारण आर.पी.आई. आठवले गुट लगातार कमजोर होता जा रहा था , साथ ही स्थानीय नेतृत्व की उपेक्षा भी हो रही थी इस परिस्थिति में तायडे ने दलित पैंथर का नेतृत्व संभालने की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है रामभाऊ तायडे आठवले की रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के ठाणे शहर के जिला अध्यक्ष थे उन्होंने दो दिन पहले ही अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था , उसके बाद ठाणे में चर्चा हुई कि वह किस पार्टी में शामिल होंगे वह 2007 से इस पद पर थे , हालांकि उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया और नामदेव ढसाल के दलित पैंथर में शामिल हो गए , संगठन की नेता मल्लिका ढसाल ने उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना , तायडे ने विश्वास व्यक्त किया कि संगठन के संस्थापक अध्यक्ष नामदेव ढसाल का दलित पैंथर दलितों को न्याय के लिए काम करता रहेगा |