रूपेश भोईर ने 600 से अधिक शवों का किया अंतिम संस्कार

मनसे की ओर से कोरोना योद्धा का सम्मान 

ठाणे |     कोरोना से ग्रसित मरीजों का इलाज करते हुए देखा है लेकिन इस बीमारी से मरने वाले लोगों का अंतिम संस्कार कौन करता है ? सीमावर्ती योद्धा के रूप में समाज के विभिन्न तत्वों की सराहना की जाती है और होनी चाहिए लेकिन रूपेश भोईर को उस समय भुलाया नहीं जा सकता है इस पुण्य कार्य के लिए मनसे की ओर से रूपेश भोईर को सम्मानित किया गया शहर स्थित बालकुम निवासी भोईर पिछले पांच महीनों से कोविड ग्रसितों को अपने जान की परवाह किए बिना दाह संस्कार करने में जुटे हुए हैं अब तक भोईर ने कुल 600 से अधिक शवों का दाह संस्कार किया है मनसे के ठाणे – पालघर जिलाध्यक्ष अविनाश जाधव और शहर अध्यक्ष रवींद्र मोर के मार्गदर्शन में महाराष्ट्र नवनिर्माण विद्यार्थी सेना ठाणे शहर के अध्यक्ष अरुण घोसलकर ने कोरोना योद्धा रूपेश भोईर को मुक्ति व मोक्ष का प्रतीक भगवान शिव की मूर्ति देकर ठाणेकर की ओर से आभार व्यक्त किया इस अवसर पर काजल डावखरे , नीलम भोईर , प्रीतेश मोरे , ओंकार महादिक , सागर कदम , सूरज कदम , भूषण जाधव , विशाल पाटिल , आकाश पवार , विरेश मयेकर , नितेश जाधव , अजिंक्य जोशी , भावेश नवले , तन्मय कोली , ऋषिकेश चौधरी , ऋषिकेश चौधरी , हरेश शेलके , विशाल सालुंखे , वीरेंद्र पवार और कार्यकर्ता उपस्थित थे मनसे के विद्यार्थी सेना शहर अध्यक्ष अरुण घोसालकर ने कहा रूपेश भोईर कोरोना से पहले भी लाशों का दाह संस्कार करते थे हालांकि जब कोविड का प्रकोप शुरू होने पर शवों का निपटारा कैसे किया जाए इस विषय पर भोईर ने जिम्मेदारी स्वीकार की और लगभग 600 शवों का अंतिम संस्कार किया   |