रेलवे पटरी के दोनों तरफ स्थित दुकानें हिली

ठाणे । मध्य रेलवे मार्ग पर पारसिक बोगदा है इस बोगदे  से रोजाना बड़ी संख्या में रेलगाड़ियों की आवाजाही हो रही है लेकिन डोगरा के नीचे रेल पटरी के बगल में जो सुरक्षा दीवार थी उसे 2 महीने पहले खोदा गया था ताकि नई सुरक्षा दीवार का निर्माण हो सके लेकिन अब तक दीवार का निर्माण नहीं किया गया , रेलगाड़ियों की आवाजाही के कारण उत्पन्न कंपन से रेल पटरी के दोनों ओर स्थित दुकान हिल गई है , जिस कारण स्थानीय नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है वही इस स्थिति के लिए स्थानीय विधायक और राज्य के पूर्व गृह निर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने रेलवे प्रशासन और प्रबंधन को दोषी ठहराया है , पारसिक रेलवे बोगदा के आसपास अनेक सोसाइटी, दुकान और रास्ते आदि हैं जिनका धरातल हिल गया है । 

 ऐसी स्थिति पटरी के दोनों ओर सुरक्षा दीवार बनाने के लिए खोदे गए गड्ढे के कारण आई है स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए गड्ढे 2 महीने पहले खोदे गए थे लेकिन अब तक उसके निर्माण का कार्य नहीं किया जा सका जिस कारण गड्ढे स्थानीय नागरिकों के लिए सिरदर्द बन गया है ,परसिक नगर के 25 दुकानों के धरातल ग्राउंड बुरी तरह से हिला और क्रेक हो गया है इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री जितेंद्र आव्हाड का कहना है कि बार-बार इसको लेकर रेलवे प्रशासन के साथ पत्राचार भी किया गया था लेकिन किसी भी तरह की पहल रेलवे द्वारा नहीं की गई स्वयं आव्हाड भी उस स्थल पर पहुंचे ,जहां दर्जनों दुकानें हंसी और ही ली है वही इस स्थिति को देखते हुए ठाणे मनपा के आपत्ति व्यवस्थापन कक्ष की ओर से 25 दुकानों पर खतरे के निशान लगा दिए गए हैं इस मौके पर कलवा प्रभाग समिति के अधिकारी और अभियंता भी उपस्थित थे ।