विश्वकर्मा पूजा अवकाश के लिए जारी रहेगा संघर्ष सामाजिक पहचान मिटाना चाहती है सरकार :- अशोक विश्वकर्मा

मिर्जापुर / अहरौरा |      आल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के तत्वाधान में चलाए जा रहे सरकार जगाओ स्वाभिमान बचाओ आंदोलन के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने आज मिर्जापुर जनपद के नारायणपुर , अदलहाट अहरौरा आदि क्षेत्रों का सघन दौरा एवं संपर्क किया इस दौरान बैरमपुर एवं भगौतीदेई में समाज की बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा की योगीराज में जातीय आधार पर सामाजिक भेदभाव , अन्याय , अत्याचार , उत्पीड़न अपराध एवं भ्रष्टाचार चरम पर है जिससे पूरे प्रदेश में शोषित वंचित गरीब मेहनतकश कामगार एवं कमजोर वर्ग के लोग सबसे ज्यादा जुल्म और उत्पीड़न के शिकार हैं निरंकुश और भ्रष्ट व्यवस्था में इनकी आवाज सुनने और न्याय दिलाने वाला कोई नहीं है राजनैतिक संरक्षण प्राप्त दबंग पुलिसिया सांठगांठ से जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं सरकार आरक्षण को समाप्त करने का षड्यंत्र कर रही है जिससे असंगठित क्षेत्र के कई वंचित जातीय समूहों का रोजी रोटी और सामाजिक अस्तित्व खतरे में है जिनमें विश्वकर्मा समाज भी एक है उन्होंने कहा कि इस समाज को आरक्षण का समुचित लाभ नहीं मिला जिससे नौकरियों और सत्ता में इनकी भागीदारी नगण्य है   |

उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि विश्वकर्मा समाज को 5 फ़ीसदी पृथक आरक्षण दिया जाए अथवा 1950 में जारी राजाज्ञा के अनुसार अनुसूचित जाति में शामिल कर दिया जाए उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा को महापुरुष कहकर अपमान करने एवं पूजा अवकाश को रद्द करने की घोर निंदा करते हुए कहा भगवान विश्वकर्मा करोड़ों विश्वकर्मा वंशीयो के आस्था , संस्कृति , संस्कार , सामाजिक पहचान और गौरव के प्रतीक देवता है वह किसी एक जाति धर्म के देवता नहीं सभी जाति धर्म के लोगों द्वारा सर्वत्र पूजित रचना के देवता है उनका अपमान समाज सहन नहीं करेगा तथा विश्कर्मा पूजा का अवकाश होने तक संघर्ष जारी रखने का उद्घोष किया गया कार्यक्रम में प्रमुख रुप से श्रीकांत विश्वकर्मा , डॉ प्रमोद कुमार विश्वकर्मा , नंदलाल सुरेश विश्वकर्मा , देवराज विश्वकर्मा , नरेश विश्वकर्मा , रमेश विश्वकर्मा , चंद्रभूषण विश्वकर्मा , जितेंद्र विश्वकर्मा , भीख राज विश्वकर्मा , सेबी विश्वकर्मा , शंकर विश्वकर्मा , घर भरन विश्वकर्मा , घुरहू विश्वकर्मा , देवी विश्वकर्मा , सत्यनारायण विश्वकर्मा , रिंकू विश्वकर्मा , त्रिलोकी विश्वकर्मा , अमरनाथ विश्वकर्मा , जितेंद्र विश्वकर्मा , चंदरमन विश्वकर्मा इत्यादि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे    |