विश्वकर्मा महासभा ने प्रवासी श्रमिकों के घर वापसी के संबंध में कांग्रेस के निर्णय की सराहना की

वाराणसी  |   ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कोरोना त्रासदी के चलते अपने घर परिवार से हजारों किलोमीटर दूर विभिन्न राज्यों में फंसे भुखमरी बीमारी और बदहाली के शिकार प्रवासी मजदूरों की दशा पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा देश के निर्माण और विकास में महत्वपूर्ण योगदान करने वाले असंगठित क्षेत्र के करोड़ों श्रमिकों के साथ सरकार का रवैया अत्यंत अमानवीय उपेक्षात्मक और भेदभाव पूर्ण रहा है , उन्होंने कहा अपने घरों की ओर पैदल लौटने वाले अनेक श्रमिकों को अकाल मौत का शिकार होना पड़ा  |

तथा हजारों श्रमिक अपनी जान और धन की परवाह ना करते हुए अपने घरों की ओर लौटने की जद्दोजहद में खेत खलिहान और पहाड़ों के रास्ते पैदल एवं निजी गाड़ियों से मुंह मांगा किराया देकर नाजायज तरीके से लौटने की चेष्टा के चलते बड़ी संख्या में संक्रमित बीमारी के शिकार हो गए  , और जिनके पास कुछ भी नहीं बचा वह जहां के तहां फंसे रह गए , सरकार द्वारा काफी विलंब अफरातफरी और अनिश्चितता के बाद श्रमिकों को घर वापस भेजने का निर्णय लिया जाना काफ़ी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है , जब उनके पास कुछ भी नहीं बचा हो उनसे किराया वसूली का निर्णय अमानवीय एवं अन्यायपूर्ण है , ऐसे वक्त में कांग्रेस की ओर से प्रवासी मजदूरों को घर वापस भेजने हेतु उनके किराए का भुगतान करने का निर्णय लेना स्वागत योग्य कदम है ।