भारतीय राजनीति के निर्भीक शेर पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह को जयंती पर स्मरणांजलि अर्पित किया

वाराणसी  ।   ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा ने भारतीय राजनीति के निर्भीक शेर स्वतंत्रता सेनानी सातवें पूर्व राष्ट्रपति विश्वकर्मा समाज के गौरव स्वर्गीय ज्ञानी जैल सिंह के जन्म तिथि 5 मई 1916 स्मृति दिवस के अवसर पर टेली कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भावपूर्ण स्मरणांजलि अर्पित किया , इस अवसर पर ज्ञानी जी के विशाल वैचारिक व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए पदाधिकारियों ने कहा ज्ञानी जी आध्यात्मिक मानवीय एवं देश सेवा की भावनाओं से ओतप्रोत सिद्धांतों से समझौता न करने वाले स्वाभिमानी व्यक्तित्व के धनी राजनेता थे , राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने कहा पंजाब के फरीदकोट जिले में संधवा नाम के छोटे से गांव में किसान के घर जन्म लेने वाले ज्ञानी जी संघर्ष के प्रतीक थे ।

वह अपने दृढ़ निश्चय संघर्ष एवं संकल्प शक्ति के बल पर विधायक, मंत्री, सांसद, मुख्य मंत्री और केंद्रीय मंत्री भी रहे उनका जीवन सदैव संघर्षों एवं कठिन चुनौतियों से भरा रहा उन्होंने अपने विरोधियों का भी सदैव सम्मान किया तथा किसी भी प्रकार की विपरीत परिस्थितियों में भी वह कभी विचलित नहीं होते थे , ज्ञानी जी आध्यात्मिक ज्ञान और राजनैतिक बुलंदियों को प्राप्त कर जाति धर्म की सीमा से बहुत ऊपर उठ चुके थे , उनके जीवन के मार्गदर्शक एवं प्रेरणा स्रोत इनके माता-पिता थे , उन्होंने कहा ज्ञानीजी जिस कांग्रेस पार्टी के लिए अपना संपूर्ण जीवन निष्ठा के साथ समर्पित कर दिया , उसने उनका नाजायज राजनैतिक उपयोग कर उन्हें बेबस और कमजोर करने का निरंतर षड्यंत्र किया ।

उन्होंने कहा ज्ञानी जैल सिंह के साथ सभी दलों ने घोर उपेक्षा और भेदभाव किया जबकि ज्ञानी जी ने भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों सहित सभी राजनेताओं के सम्मान में अनेक उत्कृष्ट और उल्लेखनीय कार्य किया , महासभा ने भारत सरकार से संसद भवन के पास ज्ञानी जैल सिंह की प्रतिमा लगवाने तथा इनके नाम पर स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का निर्माण कराने की मांग की है , विचार व्यक्त करने वाले लोगों में प्रमुख रूप से सर्वश्री श्रीकांत विश्वकर्मा डॉक्टर प्रमोद कुमार विश्वकर्मा नंदलाल विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा एडवोकेट श्याम बिहारी विश्वकर्मा दीनदयाल विश्वकर्मा राजेश विश्वकर्मा विजय विश्वकर्मा पत्रकार कालिका विश्वकर्मा राहुल विश्वकर्मा लोचन विश्वकर्मा चंदन विश्वकर्मा लौहवंशी महेंद्र विश्वकर्मा सुरेश विश्वकर्मा रामकिशुन विश्वकर्मा भैरव विश्वकर्मा रमेश विश्वकर्मा श्याम लाल विश्वकर्मा फौजी वीरेंद्र विश्वकर्मा श्रीमती अनीता विश्वकर्मा राजेंद्र विश्वकर्मा जितेंद्र विश्वकर्मा आदि लोग थे ।