विश्वकर्मा वंशियों को हक के लिए पराक्रम करना होगा :- रमेश विश्वकर्मा

वाराणसी |      ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा कोर कमेटी के सदस्य रमेश विश्वकर्मा ने कहा है कि विश्वकर्मा वंशीय़ो की मूलभूत संस्कृति को हजारों साल से नष्ट किया जा रहा है आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी हमेशा कहते हैं की पहचान परिक्रमा से नहीं पराक्रम से बनती है इसलिए हम सभी विश्वकर्मा भाइयों से अनुरोध करते हैं परिक्रमा का त्याग कर अब हमें पराक्रम के लिए आगे आना होगा हिंदुत्व की बात करने वाली सरकार जहां राम मंदिर पर 500 साल की बात करती है वही सृष्टि रचयिता देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा का भी इतिहास अनादि काल से है और इसे भी खत्म करने की राजनैतिक साजिश की जा रही है एक तरफ योगी सरकार कहती है कि हम भगवान विश्वकर्मा को पाठ्यक्रम में शामिल करेंगे वहीं सरकार के 3 वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद भी यह वादा पूरा नहीं हुआ जिससे सरकार का यह कथन भी झूठा साबित हुआ भाइयों अब ऐसी गलतफहमी और भ्रम की जिंदगी हम विश्वकर्मा बंधुओं को नहीं जीना चाहिए ऐसे लोगों को जवाब देने के लिए आगे आना चाहिए अपमान नहीं मान चाहिए जीने का अधिकार चाहिए इसलिए अपने इतिहास को जानिये हमारे हिंदुस्तान की इस धरती पर महाराणा प्रताप की तलवार की बात तो पढ़ाई जाती है लेकिन उसको बनाने वाले की इतिहास नहीं बताई जाती इसलिए मेरे भाइयों कहना चाहते हैं परिक्रमा नहीं पराक्रम करिए अपना हक और अधिकार लड़कर लीजिए  |