विश्व के सभी देश जैविक हथियार बनाने पर पाबंदी लगाए : डॉ. अरूण विजय

ठाणे । जैन मुनि डॉ. अरुण विजय ने कहा कि पूरी दुनिया के सभी देश जैविक हथियार बनाने के लिए प्रतिबंध लगाए , उन्होंने बताया कि कई बार मन में द्विधा शंका खड़ी होती है कि क्या हम सच में विकास की दिशा में प्रगति कर रहे हैं ? या विनाश की तरफ जा रहे हैं ? हो सकता है विनाश की तरफ जाने का रास्ता या सीढ़ी क्या विकास की तरफ या दिशा में होकर जाता है ? कई बार बुझने के कगार पर पहुंचा हुआ दीपक थोड़ी देर के लिए ज्यादा प्रकाश फैलाता है ।

इसके भ्रम में खुश जरूर होते हैं लेकिन थोड़ी देर के बाद दीपक बुझ जाता है , तब अंधेरा छा जाता है , हमारी सारी खुशियां गम मातम में बदल जाती है , क्या ऐसा ही भ्रम कहीं देश के बारे में तो नहीं लग रहा है ? भारत देश भी महासत्ता बनने की दिशा में शस्त्र अस्त्र आदि के निर्माण तथा संग्रह आदि की दिशा में काफी ज्यादा विकास करता जा रहा है , लेकिन क्या यह सब सही अर्थ में विकास है ? यदि सही हो , तो हमें ऐसा विकास नहीं चाहिए , दिखने में अच्छा और परिणाम में भयंकर ऐसा विकास देश को शायद विनाश के गर्त में ले जाएगा , गुरुदेव ने कहा सभी देशवासी भारत देश को महासत्ता बनाने में जितने ज्यादा राजी नहीं है, उससे अनेक गुना ज्यादा सभी विश्व गुरु बनने की दिशा में ज्यादा इच्छा रखते हैं भले ही इसके लिए भारत हथियारों की होड़ में से बाहर निकल जाना पड़े तो भी मंजूर है ।

युद्ध वीरों की तरह भारत देश भी शस्त्र सरंजाम को ही विकास मान लेने के बदले कहीं भ्रम जाल में फंसे ना रह जाए वास्तविकता सर्वथा अलग ही होती है और भ्रम जाल उससे भी सर्वथा भिन्न कक्षा है , भारत दुनिया का ऐसा देश बना हुआ है जो महासत्ता बनने के बजाय विश्वगुरु बनने में ज्यादा सक्षम है और निकट भविष्य में विश्र्वगुरू बने यही देशवासियों की प्रबल इच्छा है , भारत देश इस समय की महामारी की व्यापकता समझने के बाद विश्व गुरु बनने की दिशा में यदि आगे बढ़ते हुए मानवता के हित में कठोर निर्णय भारत करता है तो निकट भविष्य में विश्व गुरु बनकर जगत के सामने आ जाएगा , वर्तमान काल में युद्ध करने के तरीके बदलते जा रहे हैं , उनमें एक प्रकार है जैविक हथियार बनाकर दुनिया के किसी भी देश को बिना युद्ध किए ही खत्म करना , कोरोना ही एक साज़िश है ,विश्व के समस्त देशों को एकजुट होकर जैविक हथियार बनाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाना जरूरी है ।