विश्व में संपूर्ण कोरोना कैसे होगा दूर -जैन मुनि विश्वानंद विजय

 ठाणे | जैन मुनि विश्वानंद विजय ने बताया कि संपूर्ण विश्व में महामारी शुरू हो गई है सभी मानव दहशत में है महामारी के चपेट में आने वाले का हालत तो खराब है लेकिन जो चपेट में नहीं आये उनकी हालत कम खराब नहीं है महामारी को दूर करने का और कोई उपाय नहीं शिवाय मर्यादा वाला मानव जीवन मर्यादा वाला जीवन जैन धर्म में भगवान महावीर ने बतलाया है , कभी सुनी न हो कभी देखी न हो ऐसी महामारी आई कैसे दुनिया में लोग तरह तरह की बातें करेंगे वह कारण महामारी का नही है मनुष्य का जीवन जब निरंकुश हो जाता है , पाप पुण्य की परवाह छोड़ देता है अपनी मर्यादा और मानवता छोड़ देता है तब कुदरत उसके रास्ते पे लगाने के लिए कोई रास्ता निकालती है , विश्व में हाल के समय मे मानव बिल्कुल मर्यादा हीन हो गया है निष्ठुर हो कर पाप कर रहा है , दिल में दया का नामों निशान नही है सैकड़ों वर्षों से कुदरत ने सहन किया अब कुदरत से रहा न गया और कोरोना वायरस की महामारी फैला दी पहले महामारी आयी जरूर थी वह अमुक प्रांत,प्रदेश, देश और अब पुरी दुनिया में इस महामारी का कहर छाया हुआ है , कुदरत के पास इंसाफ है और कुदरत से कभी गलती नहीं होती है , जिस तरह का मनुष्य का आचरण है उसी तरह का इनाम कुदरत देती है और सजा भी उसी तरह का , अब महामारी को दूर करने का भगवान महावीर के द्वारा बताये गए इलाज का पालन करोगें तो दवाई व दुआ से महामारी चले जाऐगी बाकी कोई इलाज नही है , महावीर स्वामी ने कहा है कि यदि दुख से मुक्त होना है तो किसी भी पशु पक्षियों व जलचर का वध नही करे और मांसाहार व नशा का त्याग कर शाकाहार बने , शिकार करके जीव का वध बंद कर दो मधु व माखन खाना छोड़ दो जुवा,सट्टा,नाच,मुजरा,दुराचार,सिनेमा,मोबाइल, टीवी आदि का त्याग कर दो ।

ब्रह्मचर्य का पालन करना , प्रीति मोह और बार में जाना बंद कर दे व अधिक धन की लालच नही करे जो मिलता है उसी में संतोष करना सीखें , देर रात का जागरण बंद कर सुबह सूर्योदय के पहले उठना शुरू करो , कोल्ड्रिंक पीना छोड़ दें और किसी से भी लड़ाई झगड़ा मत करो और व्यापार में दगाबाजी मत करो चोरी का माल लेना बंद कर चोर को चोरी नही करने के लिए उपदेश दो और देश व राज्य के नियम का पालन करो उसका उलंघन नही करना चाहिए , भलाई करने वालों की प्रशंसा करो गुणवान महानुभाव का सत्कार माता पिता का सेवा करो , प्रतिदिन भगवान का दर्शन पूजा अर्चना करो और शास्त्र में लिखी गयी बातों का सदगुरु के पास जाकर ज्ञान लो और तप त्याग क्रिया में भाव से लगे रहो यह सब ही मनुष्य के जीवन की कल्याण कारी बातें हैं जो आपके जीवन में लाने के बाद कुदरत प्रसन्न होकर वरदान देंगी और जानलेवा महामारी से दूर कर जीवन में आनंद मंगल से भर देंगी  ।