श्मशान भूमि के धुओं से शहर को मिलेगी मुक्ति
ठाणे | ठाणे शहर के विभिन्न भागों में जितने भी श्मशान भूमि हैं वे झोपड़पट्टी भागों के बीच में ही स्थित हैं इस कारण श्मशान भूमि से निकलने वाले धुएं और दुर्गंध के कारण सबसे अधिक परेशान यहां झोपड़पट्टी में रहने वाले लोगों को ही होना पड़ता है इस समस्या को लेकर बी.आर.एस.पी. यानी बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी लगातार पाठ पुरावा करती आ रही थी , उसके पाठ पुरावे के कारण अब शहर के तमाम श्मशान भूमि के कायाकल्प का काम शुरू हो गया है इसी क्रम में बहुजन रिपब्लिकन सोशलिस्ट पार्टी के ठाणे शहर जिला महासचिव रामेश्वर बचाटे ने जानकारी दी है कि शहर के विभिन्न भागों में जितने भी श्मशान भूमि है उसके नूतनीकरण के दौरान वहां नए सिरे से चिमनी लगाई जा रही है |
उन्होंने बताया कि इस बाबत ठाणे मनपा के अधिकारियों ने भी उन्हें निजी जानकारी दी है विदित हो कि ठाणे शहर के श्मशान भूमियों में लगातार लाशें जलाने का काम होता रहता है जिस कारण धुआं और राख हवाओं के साथ मिलकर झोपड़पट्टी क्षेत्रों में आते हैं खासकर जलाने के दौरान निकलने वाली दुर्गंध से तो आसपास के लोगों को भारी परेशानी होती है इस समस्या को देखते हुए रामेश्वर बचाटे ने लगातार ठाणे मनपा के साथ लिखित पाठपूरावा किया , आखिरकार ठाणे मनपा प्रशासन ने शहर के तमाम श्मशान भूमि में चिमनी लगाने का काम शुरू किया है बचाटे का कहना है कि भवानी नगर श्मशान भूमि में चिमनी लगाने का काम शुरू भी कर दिया गया है चिमनी लगाने के बाद जब रामेश्वर बचाटे ने मनपा अधिकारियों से बात की तो उन्हें बताया गया कि तमाम श्मशान भूमि में चिमनी लगाया जाएगा , इसके माध्यम से लाशों के जलने के बाद जो धुआं या अन्य राख पदार्थ बाहर निकलते हैं वह आस – पास नहीं जाकर चिमनी के माध्यम से काफी ऊंचाई से बाहर चले जाएंगे , इससे नागरिकों को काफी राहत मिलने वाली है बचाटे ने बताया कि आने वाले समय में ठाणे शहर के तमाम झोपड़पट्टी भागों में जहां-जहां श्मशान भूमि है वहां के लोगों को दुर्गंध और धुआं और राख से मुक्ति मिलेगी , बचाटे ने इस कार्य के लिए ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा के प्रति भी अपना आभार व्यक्त किया है |