सऊदी अरब को मनाने इमरजेंसी विजिट पर जाएंगे पाक के आर्मी चीफ रियाद

इस्लामाबाद |      पाकिस्तान और सऊदी अरब के रिश्ते टूट की कगार पर हैं इसकी वजह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की बयानबाजी मानी जा रही है सऊदी सरकार इमरान से इतनी खफा है कि बुधवार को उसने ऑयल सप्लाई रोक दी सऊदी ने साफ कहा है कि पाकिस्तान को अब कर्ज और ऑयल की सप्लाई नहीं होगी , पाकिस्तान को सऊदी की तरफ से इतने सख्त कदम की भनक भी नहीं थी आपको बता दे कि अब बात बिगड़ चुकी है तो आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा इमरजेंसी विजिट पर सऊदी अरब जा रहे हैं यह दौरा एक या दो दिन में होगा पाकिस्तान के अखबार द डॉन के मुताबिक आर्मी के दो आला अफसरों ने माना है कि बाजवा बहुत जल्द सऊदी अरब जाएंगे हम ये मानते हैं कि कश्मीर पर सऊदी का रुख हमारे मनमुताबिक नहीं हो सकता लिहाजा हमें दबाव की रणनीति से बचना होगा इस बात में कोई दो राय नहीं कि सऊदी हमारी तरफ से हुई बयानबाजी से नाराज है पाकिस्तानी सेना के मीडिया विंग के चीफ मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा है कि बाजवा रियाद जा रहे हैं बता दे कि पिछले साल जून में पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर था आई.एम.एफ. और एशियन डेवलपमेंट बैंक ( ए.डी.बी. ) लोन देने तो तैयार हो गए लेकिन शर्तें बेहद सख्त थीं इमरान ने सऊदी से मदद की गुहार लगाई सऊदी ने 6.2 अरब डॉलर का लोन मंजूर किया इसमें से 3 अरब डॉलर साधारण कर्ज था इसके अलावा 3.2 अरब डॉलर पेट्रोल – डीजल क्रेडिट थी पाकिस्तान को यह कर्ज एक साल में चुकाना था अब तक वो सिर्फ एक किश्त यानि 1 अरब डॉलर चुका सका है इसके लिए भी उसने चीन से कर्ज लिया , मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महामारी के दौर में ऑयल सप्लाई की डिमांड कम हुई है जिससे सऊदी अरब की कमाई पर भी गंभीर असर पड़ा पिछले महीने दुनिया की सबसे बड़ी ऑयल कंपनी सऊदी अरामको के मुनाफे में 72% की कमी आई अब सऊदी पाकिस्तान पर कर्ज चुकाने का दबाव बना रहा है दूसरी तरफ इमरान सरकार का खजाना खाली है ऐसे में बाजवा को सऊदी दौरे से कुछ खास हासिल होना मुश्किल है हो सकता है कुछ महीने या हफ्तों की मोहलत मिल जाए   |