सड़क चौड़ीकरण के नाम पर गरीबों को बेघर बनाने के लिए जिम्मेदार कौन ? : शानू पठान

ठाणे | करोड़ों रुपये की लागत से कई क्षेत्रों में बड़े बड़े बिल्डरों के लिए सड़कों का निर्माण किया जा रहा है जो कि पिछले आयुक्त के कार्यकाल के दौरान कई गरीब लोगों को सड़क चौड़ीकरण के नाम पर मुंब्रा , कौसा , दिवा और अन्य क्षेत्रों में विस्थापित किया गया था हालांकि सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा नहीं हुआ था तो क्या पिछले या वर्तमान आयुक्त गरीबों को विस्थापित करने के लिए जिम्मेदार हैं ? यह सवाल विपक्ष के नेता अशरफ शानू पठान ने स्थायी समिति की बैठक में उठाया है ठाणे मनपा की स्थायी समिति की बैठक आयोजित की गई थी , बैठक में सड़क कार्यों पर चर्चा हुई , उस समय शानू पठान ने आक्रामक रुख अपनाया और रुके हुए काम के तत्काल समाधान की मांग की |

गौरतलब है कि मुंब्रा से दिवा मुख्य सड़क , कौसा , खरड़ी आदि तक सड़क को चौड़ा करने के लिए कई घरों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया था , यह कार्रवाई पिछले आयुक्त के कार्यकाल के दौरान की गई थी हालाँकि वर्तमान आयुक्त के कार्यकाल में भी यह काम पूरा नहीं हुआ , इसके लिए कौन जिम्मेदार है ? एक ओर जहां बड़े बिल्डरों के नए प्रोजेक्ट आने से पहले ठाणे मनपा के अधिकारी वहां सड़क बनाने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं तो वही गरीबों को बेघर करने के बाद भी सड़कें नहीं बन रही है आखिर गरीबो के साथ भेदभाव क्यों , इसकी जानकारी सार्वजनिक करने की मांग शानू पठान ने की , हालांकि ठेकेदारों ने काम पूरा नहीं किया है इसलिए इस काम का अनुबंध ठेकेदारों को दिया गया है पठान ने यह भी सुझाव दिया कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए कई जगहों पर स्वच्छता ठप है बारिश के मौसम में केवल दो महीने बचे हैं फिर भी स्वच्छता कार्य में तेजी नहीं आई , स्वच्छता की इस कमी के कारण शहर में एक बैकलॉग बनने की संभावना है इस बाढ़ में गरीबों की दुनिया तबाह हो रही है लेकिन प्रशासन को इसकी परवाह कहा है ?

शुक्रवार को स्थायी समिति का दौरा

शानू पठान ने सड़क कार्यों पर एक आक्रामक नीति अपनाए जाने के बाद स्थायी समिति के अध्यक्ष संजय भोईर ने शुक्रवार को क्षेत्र के दौरे का प्रस्ताव दिया है इस यात्रा के दौरान आंशिक काम की जांच की जाएगी और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही गयी है |