सोसाइटी अध्यक्ष ने की सभासदों से जालसाजी
ठाणे | महाराष्ट्र शासनाअंतर्गत १९९५ सेझोपडपट्टी पुनर्विकास का पहला प्रस्ताव एस.आर.डी. योजना ठाणे महानगरपालिकेमार्फत शुरू किया गया था , वर्ष २०१४ में महाराष्ट्र शासन ने इस प्राधिकरण के अंतर्गत झोपड़पट्टियों के पुनर्वसन एस.आर.ए. को सौंपा गया और निकषानुसार मतदाता सूची या ठाणे महानगरपालिका कर विभाग के दाखला घरों के लिए पात्र के तौर पर स्वीकार किया गया था और मात्र सरोवर दर्शन सहकारी गृहनिर्माण संस्था सोसायटी ठाणे में रहिवासी शिवनारायण नेहरूलाल सहानी का नाम मतदाता सूची या फिर ठाणे मनपा के कर विभाग में कहीं भी दर्ज नहीं है इसी नाम से फ्लैट हड़प लिया गया है |
आपको बता दे कि उक्त जालसाजी का पर्दाफाश सरोवर दर्शन सोसायटी के सभासद जितेंद्र जैन ने पर्दाफाश करते हुए कहा है कि फ्लैट हडपनेवाले किशोर गुंजन है इस व्यक्ति ने सोसाइटी के अध्यक्ष पद पर भी काम किया है और उन्होंने चुनाव आयोग और राज्य शासन के साथ भी जालसाजी की है इस बात का खुलासा करते हुए जैन का कहना है की उन्होंने अनेक राजस्व और मुद्रांक शुल्क का चूना सरकार को लगाया है एवं जैन की शिकायत के बाद शासन को राजस्व की भरपाई की गई , साथ ही उन्हें नोटिस भी जारी किया गया तथा सरोवर दर्शन सोसायटी में ३०-०९-२०१८ को सर्व साधारण वार्षिक सभा में तज्ञ संचालक नारायण पवार ने २००३ से सदनिका हंस्तांतरण के माध्यम से ट्रान्सफर शुल्क के तौर पर जमा किए गए ६० लाख रुपैया का हिसाब भी स्पष्ट नहीं किया है मुद्रांक शुल्क फरक व दंड की रक्कम भरने के बाद कलम ३९/४१ अन्वये संबंधितों को दस्त प्रमाणित किए जाएंगे , संबंधितों ने उपलब्ध संकेत स्थल पर जाकर अक्षेपित मुद्रांक शुल्क रकम जल्द शासन के पास जमा करें , साथ ही नोटीस देने के 15 दिनों के भीतर खुलासा सादर नहीं करने अथवा रकम जमा नहीं करने ने पर उक्त प्रकरण में एक तरफा निर्णय दिए जाएंगे , उक्त रकम की वसूली बाबत महाराष्ट्र मुद्रांक अधिनियम , कलम ४६ नुसार भू राजस्व बकाया के तौर पर कार्यवाही कर वसूल किया जाएगा और ऐसी चेतावनी ठाणे मुद्रांक जिलाधिकारी तानाजी गागावणे ने दी है |