50 वनस्पति औषधि का लीजिए ज्ञान

ठाणे | ठाणे के वागले इस्टेट परिसर में शिवचैतन्य मित्र मंडल द्वारा गणपति स्थापित किया गया है मंडल का यह 50 वां साल है कोरोना संकट के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए यहां गणेश उत्सव का आयोजन सादगी मैं किया जा रहा है वागले का राजा नाम से चर्चित यहां का गणपति भक्तों के बीच आस्था का प्रतीक रहते आया है लेकिन इस बार यहां जो भी भक्त गणराया के दर्शन करने आते हैं तो उन्हें मंडल के 50 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में मंडप पर ही 50 तरह की वनस्पति औषधि की जानकारी दी जा रही है इस संदर्भ में जानकारी देते हुए शिव चैतन्य मित्र मंडल के अध्यक्ष और पूर्व महापौर संजय मोरे ने बताया कि कोरोना संकट के बीच यहां का गणेशोत्सव श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है सबसे अहम बात यह है कि इस बार गणेशोत्सव के दौरान होने वाले सांस्कृतिक उपक्रमों को निरस्त कर दिया गया है उसकी जगह सेवाभावी और ज्ञानवर्धक उपक्रम का आयोजन किया जा रहा है साथ ही यहां भक्ति पाठ का भी नियमित आयोजन का लाभ आने वाले भक्तगण उठा रहे हैं |

मोरे ने बताया कि इस बार गणेश उत्सव के दौरान मंडप की सजावट में पूरी शालीनता बरती गई है मंडप में 50 उन वनस्पतियों की जानकारी सामान्य भक्तों को दी जा रही है जो हमारे जीवन के लिए बहुत उपयोगी है ये वनस्पतियां औषधीय गुणों से भरपूर है इतना ही नहीं हमारी वनस्पतियां हमारे शरीर के लिए कितना फायदेमंद है इस तथ्य से भी भक्तों को अवगत कराया जा रहा है गणेशोत्सव के दौरान इस तरह की विशेष व्यवस्था के कारण दूरदराज से भी भक्तगण यहां गणपति दर्शन करने को आ रहे हैं मंडप की सजावट में  औषधीय गुणों से भरपूर वनस्पति के बारे में जानकारी दी जा रही है मोरे ने कहा कि वह काफी संतुष्ट हैं तथा मंडल भक्तों को उक्त उपक्रम के द्वारा आकर्षित करने में सफल रहा है इसके साथ ही गणेश मंडप पर गणेश गायत्री पुरश्चरण ( अखंड जप ) भी शुरू है जो 18 सितंबर तक चलेगा |

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