करोना महामारी में भी राशन के लिए जाना पड़ता है दूसरे गांव

बलिया |  यूपी के बलिया जिले के विकासखंड चिलकहर के गौरा गांव में लोगों को नहीं मिल पा रहा है राशन गांव के लोग हैं परेशान आपको बता दें कि गौरा गांव में कोटेदार द्वारा काफी भ्रष्टाचार हुआ जिसमें कोटेदार को जेल हो गई और कोटा निरस्त हो गया इस कारण गांव के लोगों को 10 किलोमीटर दूर कोटे की दुकान से राशन लाना पड़ता है जहां एक तरफ कोरोना महामारी का संकट है वही इस संकट में लोगों को दूसरे गांव जाना पड़ता है  |

जिसमें गांव के लोगों को संक्रमण का खतरा बना रहता है इस वजह से गांव के बहुत से लोग अपना राशन भी नहीं लाते जिससे उनके खाने के लाले पड़े हुए है वहीं कई बार ग्राम प्रधान और ग्रामीणों ने उप जिला अधिकारी जिला अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को भी प्रार्थना पत्र देकर अपनी समस्या बताई लेकिन गांव वालों की समस्या पर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है ऐसे में इन गरीब मजदूर गांव वालो को भूखे पेट सोने को मजबूर होना पडता हैं।

रिपोर्ट : उमाकांत विश्वकर्मा