सौ से ज्यादा पकडे गए नाबालिक चालक


ठाणे |  ठाणे यातायात पुलिस विभाग ने पिछले एक हफ्ते में 100 से ज्यादा नाबालिगों को वाहन चलाते हुए पकड़ा है जबकि 18 साल से कम उम्र वालो को वाहन चलाना गैरकानूनी है इसके बावजूद बड़ी मात्रा में लोग गाड़ी चलाते है ऐसे में इन सभी चालकों के पास ना ही लाइसेंस था बल्कि यह रेड सिग्नल जंप करने और हेलमेट नहीं पहनने का भी उल्लंघन करते पाये गए  ऐसे में इन बच्चों को उनके माता – पिता के साथ कपूरबावड़ी स्थित ठाणे पुलिस मंथन हॉल बुलाया गया , और हादसों के सीसीटीवी फुटेज दिखाकर उनकी काउंसलिंग की गई ताकि उनमे सुधार आ सके , इस दौरान हादसों की भयावहता जानने के बाद लड़कों ने खुद शपथ ली और कहा कि 18 साल की उम्र के बाद वे वाहन के मालिक होंगे और नियमों का पालन करेंगे इस काउंसिलिंग के परिणामस्वरूप बच्चों और अभिभावकों ने यातायात जागरूकता के लिए पुलिस के साथ काम करने का फैसला किया ,  ठाणे में माता – पिता द्वारा अपने बच्चों को वाहन चलाने की अनुमति देने में वृद्धि दर्ज की है लेकिन इससे हादसों की आशंका भी जताई जा रही है , नियमों के मुताबिक कोई भी ड्राइवर तब तक गाड़ी नहीं चला सकता जब तक कि उसकी उम्र 18 साल न हो | 

 साथ ही उस व्यक्ति के पास लाइसेंस नहीं होता है इसके बावजूद कई माता – पिता अपने बच्चे को 10 वीं पास करने के बाद कॉलेज जाने के लिए वाहन ले जाने की इजाजत दे देते हैं इसलिए ठाणे पुलिस ने पिछले हफ्ते ठाणे से बदलापुर और भिवंडी शहरों में विशेष अभियान चलाकर नाबालिग वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी , इन बच्चों के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था साथ ही उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था कई लोगों को यातायात नियमों की पूरी जानकारी भी नहीं थी पुलिस ने इन बच्चों के खिलाफ कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की इसके बजाय पुलिस ने इन बच्चों के माता – पिता से संपर्क किया और उनसे काउंसलिंग कार्यक्रम में शामिल होने का अनुरोध किया |

 इस कार्यक्रम में 100 से अधिक नाबालिगों और उनके माता – पिता ने भाग लिया संयुक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रेय कराले ने कहा कि “आकस्मिक मृत्यु की दर कोरोना या आतंकवादी हमले से कहीं अधिक है , उन्होंने बच्चों और अभिभावकों से भी अपील की कि वे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए नागरिकों में जागरूकता पैदा करके किसी प्रकार की राष्ट्रीय सेवा करें.”ठाणे ट्रैफिक विभाग के उपायुक्त डॉ विनय कुमार राठोड ने कहा कि दुर्घटनाओं के फुटेज से बच्चे और माता – पिता बहुत प्रभावित हुए यह गतिविधि पूरे वर्ष की जाएगी इससे लोगों में अधिक जागरूकता पैदा होगा हमने बच्चों और माता – पिता के ई-मेल खाते भी ले लिए हैं यह फुटेज उन्हें भेजा जाएगा यदि वे इस फुटेज को अपने मित्रों और परिवार को भेजते हैं तो जन जागरूकता अधिक प्रभावी ढंग से की जा सकती है , यातायात पुलिस उपायुक्त डॉ. विनय कुमार राठौड़ ने बच्चों को कार्रवाई न करने का कारण बताते हुए शहर में हुए भयानक हादसों के कुछ फुटेज दिखाए , जिसके बाद इस फुटेज को देखकर बच्चों और अभिभावकों को एहसास हुआ कि एक एक्सीडेंट एक परिवार को कितना नुकसान पहुंचा सकता है इसके बाद बच्चों से पुलिस अधिकारियों ने मुलाकात की और नियमों के उल्लंघन के लिए खेद व्यक्त किया , परिजनों ने अधिकारियों को आश्वासन भी दिया कि ऐसा दोबारा नहीं होगा उन्होंने जन जागरूकता के लिए पुलिस की मदद करने का भी वादा किया |