दाऊद गैंग का फरार हत्यारा गिरफ्तार
28 वर्ष बाद मोहम्मद अहमद खान को ठाणे क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया
चंद्रभूषण विश्वकर्मा
जिसे ठाणे क्राइम युनिट एक के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नितिन ठाकरे को मिली गुप्त सूचना के आधार पर दाऊद इब्राहिम के इस खतरनाक गुर्गे को धर दबोचा , पुलिस ने बताया कि मोहम्मद अहमद खान हसीना पारकर के गांव का रहने वाला है मोहम्मद अहमद खान मलिक जो बेंगलुरु से यीशु खान पठान के नाम का फर्जी पासपोर्ट बना कर भारत से मशकट चला गया था।
वापस भारत आने के बाद वह मुंब्रा में पिछले 8 महीने से रह रहा है जिसके ऊपर कुर्ला पोलिस स्टेशन नेहरु नगर व विलेपार्ले पुलिस स्टेशन में हत्या और कई रंगदारी के मामले दर्ज है , 1997 में न्यायालय से जमानत पर बाहर आने के बाद यह फरार हो गया था | रत्नागिरी जिले के एक छोटे से गांव जहां हसीना पारकर के घर के नजदीक उसका भी घर था पुलिस ने बताया हसीना पारकर और दाऊद के बहुत ही करीब था, जिस वक्त छोटा राजन अलग नहीं हुआ था सिर्फ दाऊद की डी कंपनी चलती थी यह उसी डी कंपनी के लिए काम करता था उस दरम्यान इसने कई हत्या और हफ्ता वसूली किया, मुंबई पुलिस ने पठानकोट के मामले में गिरफ्तार हुया था 1993 के बम ब्लास्ट के समय यह जेल में बंद था 1997 में बेल पर जेल से बाहर आया और उसके बाद छोटा राजन के लिए भी काम करने लगा यीशु पठान को यह डर सताने लगा कहीं दाऊद के लोग उसे मार ना दे इसके लिए उसने बेंगलुरु से नकली पासपोर्ट बनवाया और मशकट रवाना हो गया था दाऊद गैंग और छोटा राजन गैंग समाप्ति के कगार पर पहुंच चुके है इस लिये दाऊद के कई गुर्गे अब किनारा कसने मे लग गए है ।