विद्युत कर्मचारियों का आंदोलन जारी
गोरखपुर / कृष्णकुमार | एक तरफ किसान मोर्चा खत्म होने का नाम नही ले रहा है तो वही आज गोरखपुर में प्रदेश के समस्त ऊर्जा निगमों में कार्यरत यांत्रिक संवर्ग के टेक्नीशियन कार्मिकों की लंबित मांगों व समस्याओं का उर्जा प्रबंधन द्वारा समाधान ना किए जाने से संवर्ग में व्याप्त भारी रोष के दृष्टिगत क्षुब्ध होकर राज्य विद्युत परिषद प्राविधिक कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश की केंद्रीय कार्यकारिणी द्वारा आंदोलन के चतुर्थ चरण में प्रदेश के वितरण क्षेत्र के मुख्यालयों समेत मुख्य अभियंता कार्यालय मोहद्दीपुर के समक्ष कोविड-19 की रोकथाम हेतु जारी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया |
जिसमें गोरखपुर क्षेत्र के चारों जिलों गोरखपुर , महाराजगंज , देवरिया एवं कुशीनगर के समस्त तकनीकी कर्मचारियों ने उपस्थित होकर अपनी मांगों हेतु अपनी आवाज को बुलंद किया , कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिलानंद उपाध्याय एवं संचालन नरसिंह मौर्या ने किया , तो वही केंद्रीय अध्यक्ष बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि यांत्रिक संवर्ग के अनेक समस्याओं के समाधान हेतु संगठन द्वारा पिछले कई महीनों से प्रबंधन के समक्ष पत्राचार किया जा रहा है लेकिन प्रबंधन द्वारा वार्ता हेतु समय उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण क्षुब्ध होकर प्रदेश के समस्त टेक्नीशियन कार्मिक दिनांक 5 फरवरी 2021 से आंदोलनरत हैं और आज आंदोलन चौथे चरण में पहुंच चुका है लेकिन अभी भी प्रबंधन द्वारा हमारी मांगों को सुनने हेतु कोई पहल नहीं की गई है इससे खेद जनक बात और क्या हो सकता है |
ऊर्जा परिवार की हम सबसे महत्वपूर्ण कड़ी हैं और हमें ही नजरअंदाज किया जा रहा है , यह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है केंद्रीय उप महासचिव अखिलेश गुप्ता ने कहा कि संगठन एवं संगठन के सदस्य कभी भी आंदोलन के पक्ष में नहीं रहे बल्कि हमेशा से शांतिपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से समाधान के पक्षधर रहे हैं लेकिन ऊर्जा प्रबंधन द्वारा लगातार हठधर्मिता , तानाशाही एवं अड़ियल रुख अपनाया जा रहा है जिसके कारण यह टकराव की स्थिति उत्पन्न हो रही है और आज प्रदेश के हजारों टेक्नीशियन कार्मिक आंदोलनरत होने पर विवश हैं इस विषय पर आशीष गुप्ता ने कहा कि ऊर्जा प्रबंधन अपनी नाकामी को छुपाने के लिए संघ के शीर्ष नेतृत्व को डराने धमकाने के उद्देश्य से नोटिस दे रहा है जिसकी संगठन कड़ी निंदा करता है और इस बार प्रदेश के टेक्नीशियन कार्मिक निर्णायक आर पार की लड़ाई के लिए एकजुट हो चुके है |
जिला अध्यक्ष कृष्ण मोहन यादव ने कहा आज का प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन प्रबंधन को आंख और कान खोलने पर मजबूर कर देगा , सी.पी.एफ. ट्रस्टी चंद्र भूषण उपाध्याय ने कहा कि आंदोलन के समस्त चरणों के दौरान पढ़ने वाले साप्ताहिक एवं सार्वजनिक अवकाश के दिनों में टेक्निकल कार्मिकों द्वारा अत्यावश्यक सेवा उपकेंद्र परिचालन के अतिरिक्त राजस्व वसूली , विद्युत विच्छेदन , कैश काउंटर , कैंप , मीटर स्थापन समेत अन्य किसी प्रकार के विभागीय कार्य संपादित नहीं किए जा रहे हैं हालांकि आंदोलन कार्यक्रमों के कारण आम जनमानस की विद्युत आपूर्ति बाधित ना हो एवं उन्हें समस्या का सामना ना करना पड़े इसलिए अति आवश्यक सेवाओं एवं उप केंद्र परिचालन में कार्यरत टेक्नीशियन कार्मिकों को आंदोलन के दौरान मुक्त रखा गया है लेकिन यदि प्रबंधन अपनी हठधर्मिता छोड़ समस्याओं का समाधान नहीं करता है तो अगले चरणों में आंदोलन और तीव्र होता जाएगा जिससे उत्पन्न होने वाली औद्योगिक अशांति के लिए पूर्ण रूप से प्रबंधन उत्तरदाई होगा , क्षेत्रीय सचिव नरसिंह मौर्य ने कहा कि यदि ऊर्जा प्रबंधन कुम्भकर्णी निद्रा से नहीं जागता है तो हम आंदोलन में मजबूती से संघर्ष करेंगे एवं इस आंदोलन को जेल भरो आंदोलन एवं आमरण अनशन तक लेकर जाएंगे , इस आंदोलन में संगम मौर्य , रामविलास खरवार , जय नारायण , आशुतोष गुप्ता , गुंजन शर्मा , योगेंद्र , राजकुमार , देवेंद्र वर्मा , मुन्ना कुशवाहा , अरुण कुमार , प्रवीण सिंह आदि लोगों ने संबोधित किया इस आंदोलन में क्षेत्र के सैकड़ों तकनीकी कर्मचारी भी उपस्थित रहे , देखना यह दिलचस्प होगा कि आखिर सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है |